मंडी ( वी कुमार ): बरसात में प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए प्रशासन की कितनी तैयारी है, इसका पता उस वक्त चल गया जब मंडी-पठानकोट नेशनल हाईवे साढ़े चार घंटों तक बंद रहा और प्रशासन का एक नुमाईंदा भी मौके पर नजर नहीं आया। बीती रात भारी बारिश के कारण मंडी-पठानकोट नेशनल हाईवे 21 पर खलियार के पास एक नाले से भारी मलवा एनएच पर आ गया।
सुबह करीब चार बजे यह घटनाक्रम शुरू हुआ और देखते ही देखते एनएच के दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। जाम में फंसे लोग प्रशासनिक अधिकारियों के मौके पर पहुंचने और राहत कार्य शुरू होने का इंतजार ही करते रह गए, लेकिन साढ़े चार घंटों तक किसी के दर्शन नहीं हुए।
स्थानीय लोगों को जब इस बात का पता चला तो लोग मौके पर इकट्ठा हुए। स्थानीय लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों को फोन किए लेकिन त्वरित कार्रवाही करने की किसी ने जहमत नहीं उठाई। स्थानीय लोगों के अनुसार एनडीआरएफ को भी दूरभाष पर सूचना दी गई लेकिन एनडीआरएफ ने कोई सहायता न करने की बात कह दी। सुबह करीब साढ़े आठ बजे नेशनल हाईवे 154 को बहाल किया जा सका। तब तक स्थानीय लोगों ने हाथों से ही मलवा हटाने की कोशिश की और एक अस्थायी रास्ता बनाया। इस अस्थायी रास्ते से वाहनों को काफी जोखिम के साथ गुजारा गया। कुछ वाहन तो रास्ते में फंस भी गए।
सुबह करीब साढ़े आठ बजे सड़क पर आए मलबे को हटाया गया जिसके बाद यातायात बहाल हो सका। इस मलबे की चपेट में एक कार भी आई है जिसे आंशिक नुकसान पहुंचा है।