हमीरपुर (एमबीएम न्यूज) : बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और बेटी है अनमोल जैसे स्लोगन वाली स्कीमों के मायने शायद अब लोगों को समझ में आने लगे हैं। जिला में हजारों मां बाप ने इसी को समझते हुए बेटियों के प्रति अपनी चाह और प्यार को दिखाया है। यही वजह है कि पिछले दो सालों में बेटों के मुकाबले में बेटियों की जन्म का लिंगानुपात ग्राफ हर ब्लॉक में बढ़ा है। टौणी देवी ब्लॉक ने इस मामले में सब का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यहां बेटियों की जन्म दर 1000 लडक़ों पर 1093 हो गई है जो तय मापदंड से कहीं ऊपर है। ब्लॉक प्रदेश भर के दूसरे जिलों के लिए भी प्रेरणा बन गया है।
टौणी देवी ब्लॉक ने लिंगानुपात के मामले में नया रिकॉर्ड बनाया है, यहां लड़कियों के जन्म का ग्राफ लडक़ों से ऊपर पहुंच गया है। ब्लॉक में वर्ष 2016 में 1000 लडक़ों पर 1093 लड़कियों की जन्म दर रिकॉर्ड की गई है। लिंगानुपात को मापने का पैमाना 1000 लडक़ों का तय होता है। इस पैमाने से ऊपर यहां लड़कियों का आंकड़ा पहुंचना बड़ी बात है। यहां बाल एवं महिला विकास विभाग की टीम के प्रयास रंग लाए हैं। ब्लॉक में 494 लडक़ों के मुकाबले 540 बेटियों का जन्म वर्ष 2016 में दर्ज किया गया है। 2 साल में बड़ी लिंग जन्म अनुपात जिला में पिछले दो सालों में लिंग जन्म अनुपात बढ़ा है।
वर्ष 2015 में एसआरबी लिंगानुपात जन्म के समय 878 था, जो वर्ष 2016 में 953 पर पहुंच गया। इस ग्राफ में काफी बढ़ोतरी हुई है। जिले के सभी छह ब्लॉकों में एसआरबी बढ़ी है। भोरंज ब्लॉक में वर्ष 2015 में एसआरबी 837 थी। जो अब 959 हो गई है। बिझड़ी की 938 से बढ़ कर 976, हमीरपुर की 859 से 949, नादौन की 863 से 845,सुजानपुर की 849 से 932 और टौणी देवी ब्लॉक की 750 से बढक़र 1093 पहुंच गई है। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी टौणी देवी ब्लॉक में ही हुई है।