हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : हिमाचल परिवहन निगम के हमीरपुर बेड़े से एक साथ 14 बसें बाहर हो गई हैं। यह 10 लाख से ज्यादा का सफर तय कर चुकी थीं। इस डिपो के सामने अब लांग रूट्स पर भेजने के लिए बसों की समस्या भी आने लगी है। यही कारण है कि बैजनाथ चंड़ीगढ़ या दूसरे लांग रूट्स पर कैंची चलने की नौबत आने लगी है।
बीते रोज भी बैजनाथ से चंडीगढ़ का रूट्स ऑफ रोड होने से यात्रियों को समस्याओं से दो-चार होना पड़ा है। जो खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के इस रूट्स पर जाने के लिए इंतजार करते रहे। लेकिन रविवार को बस होने से उन्हें मजबूरन दूसरी छोटे रूट्स की बसों को पकड़ कर हमीरपुर की ओर रुख करना पड़ा था। ऐसे में लोगों में रोष भी पनपने लगा है।
यह रूट्स बीच में कई बार ऑफ रोड रहने के कारण हमीरपुर ओर कांगड़ा क्षेत्रों के लोगों को समस्याओं से दो-चार होना पड़ता रहा है। इसमें कई स्टूडेंट्स भी सुजानपुर को शिक्षा लेने के लिए आते हैं। जेएनएनयूआरएमकी तो हैं बसें हालत यह हो गई है कि सोमवार को भी इस रूट पर जेएनयूआरएम योजना की बस को भेजा गया। जो बैजनाथ से हमीरपुर तक यात्रियों को लेकर कर पहुंची। जिसके आगे दूसरी बस को भेजना पड़ा।
दरअसल इन बसों में लांग रूट्स के लिए यात्रा करना बेहद परेशानी वाला रहता है। यात्रियों को सीटों की समस्या के कारण बैठने में भी परेशानी उठानी पड़ती है। अब यहां से निगम की दूसरी बड़ी बसें एक साथ डेढ़ दर्जन बाहर हो जाने से यह समस्या होने लगी है। वैसे इस डिपो को दूसरी कंफर्टेबल सीटों की बसें आनी तो है। लेकिन वह अभी तक इस डिपो को नहीं मिल पाई हैं। 135 से ज्यादा हैं बसें अब तक इस डिपो में सभी तरह की करीब 135 बसें थीं।
इनमें जो जेएनएनयूआरएम की बसें हैं। उनमें कई तो खड़ी ही हैं। क्योंकि नए लोकल रूट्स अभी तक तय नहीं हो पाए हैं और ही यहां लोकल रूट्स पर इस बसों को भेजा जा सका है। हालांकि कुछ लोकल स्तर पर जरूर अब बसों की कमी के बाद इन बसों का प्रयोग किया जाने लगा है। इस समय यहां से करीब 120 रूट लोकल और लांग रूट चल रहे हैं। यही नहीं यहां कई बसें रिपेयर को भी वर्कशाप में लगी रहती हैं।
नई बसें आएगी
14 बसों को बाहर कर दिया गया है। दूसरी नई बसें अभी नहीं आई हैं। वैसे यह शीघ्र ही सकती हैं। लांग रूट्स पर समस्या हो इंतजाम किए जा रहे हैं। –अनूप राणा, आरएमए हमीरपुर