रामपुर बुशैहर (एमबीएम न्यूज) : देवभूमि में वीरवार को योग जगत में एक ऐतिहासिक दिन रहा है। एक नहीं, बल्कि 12 नन्हें छात्रों ने गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में एक साथ नाम दर्ज करवाया है। पाट बंगला मैदान में 8 बेटियों व 8 बेटों ने इस इतिहास को रचा है। शीर्षासन में 14 साल के अनुज ने दो घंटे 25 मिनट का रिकॉर्ड कायम किया है। पहले यह रिकॉर्ड 20 साल से अधिक के युवक के नाम दो घंटे 21 मिनट का था। 13 साल के आशीष ने लगातार 1401 मर्तबा सूर्य नमस्कार किया। इससे 1200 का रिकॉर्ड टूटा है।
इसके अलावा स्र्वांग आसन में 12 वर्षीय ईशा, पदमासन में 11 वर्ष के सुजल, पश्चिमोतानासन में 18 साल की कौशल्या, धनुआसन में शीतल नेगी, कोतानासन में 10 वर्षीय समीक्षा डोगरा, शीर्षासन में 14 वर्षीय अनुज व बेटी शीतल शर्मा ने रिकॉर्ड बनाया है। हलासन में 14 वर्षीय शबनम, चक्रासन में सौरभ व सूर्य नमस्कार के लडक़ों के वर्ग में 13 वर्षीय आशीष व 14 साल की समीक्षा ने अलग-अलग रिकॉर्ड कायम किए हैं। वहीं पदमासन में दीक्षा व भारती के रिकॉर्ड का फैसला फिलहाल नहीं हो पाया है।
गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड के मैनेजर आलोक कुमार ने बताया कि 12 वल्र्ड रिकॉर्ड बने हैं। खास बात यह है कि योग की इस प्रतिस्पर्धा में 10 नए रिकॉर्ड बने हैं, जबकि दो पुराने रिकॉर्ड टूटे हैं। सनद रहे कि इस बार योग दिवस पर खुद अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर कुल्लू आ रहे हैं। बहरहाल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले इन नन्हें छात्रों ने रिकॉर्ड कायम कर समूचे प्रदेश को गौरवान्वित कर दिया है।
पढि़ए, यह मुकाम हासिल करने के लिए नन्हें छात्रों की मेहनत
प्रदेश के दूरदराज क्षेत्र गानवी के 12 बच्चों ने आज योग के क्षेत्र में नए अध्याय जोड़ा है। इस मुकाम को हासिल करने के लिए तमाम बच्चों ने कठिन परिश्रम व अभ्यास किया। रिकॉर्ड बनाने वाली बेटियां सुबह चार बजे उठकर तकरीबन चार किलोमीटर का जंगल का रास्ता तय करते हुए योग शिक्षक के पास फांचा से गानवी पहुंचती थी। घंटों योगासन की प्रैक्टिस करने के बाद स्कूल की पढ़ाई-लिखाई अलग से की। आज सुबह जब योग प्रतिस्पर्धा शुरू हुई तो हरेक बेटा व बेटी आत्मविश्वास से लबरेज थे।