मंडी (वी कुमार) : वन माफिया और अपने ही विभाग की प्रताड़ना का सुसाईड नोट में जिक्र करने वाले वन रक्षक होशियार सिंह ने अपनी डायरी और सुसाईड नोट में जिन बातों का जिक्र किया था, वह धीरे-धीरे सही साबित होती हुई नजर आ रही हैं। वन विभाग ने इस पूरे मामले की जांच पड़ताल के लिए जो टीम बनाई है उसे अभी तक जंगल में कटे हुए 125 से भी अधिक पेड़ों के ठूंठ मिल चुके हैं। इससे इस बात का पता चलता है कि वन माफिया इस जंगल में और आसपास के इलाकों में कितनी सक्रियता के साथ कार्य कर रहा था।
हालांकि होशियार सिंह ने इसके खिलाफ आवाज उठानी भी चाही, लेकिन अपने ही विभाग के अधिकारियों की प्रताड़ना का उसे शिकार होना पड़ा। यही नहीं आज वन विभाग को जंगल में देवदार के पांच कटे हुए पूरे पेड़ भी मिले हैं। इन पेड़ों को तस्करों ने काट तो दिया था, लेकिन उन्हें ले जा नहीं सके थे। अब यह पेड़ विभाग के हत्थे चढ़ गए हैं। वहीं टीम को जंगल में ही झाडि़यों के पीछे छिपाये हुए देवदार के 15 स्लीपर भी बरामद हुए हैं।
इन सब बातों से पता चल रहा है कि यहां पर कितने बड़े पैमाने पर अवैध कटान हुआ है और यह सिलसिला कोई अबका नहीं बल्कि बीते लंबे समय से चला आ रहा है। हालांकि विभाग अभी यह भी जानने का प्रयास कर रहा है कि मिले हुए ठूंठों में से कितने की डेमेज रिपोर्ट काटी जा चुकी है और कितने ऐसे पेड़ है जिनकी डेमेज रिपोर्ट नहीं काटी गई है। लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि डेमेज रिपोर्ट वाले ठूंठ नाममात्र के ही होंगे, जबकि अवैध कटाने वाले ठूंठों की संख्या अधिक होगी।
एसीएफ लायक राम ने बताया कि जंगल में काफी बड़ी संख्या में ठूंठ बरामद हुए हैं और इस सभी बातों को लेकर जांच पड़ताल की जा रही है।