मंडी (वी कुमार) : उपमंडल सुंदरनगर के पड़सल गैहरा में पुल बनने के एक दिन बाद ही ध्वस्त हो गया। ग्रामीणों ने घटिया सामग्री के प्रयोग करने के मामले में जांच की मांग करते हुए कहा कि घटना ने गुणवता की पोल खोल कर रख दी है। डेढ़ करोड़ की लागत से बन रहा पुल एक दिन में ढहने से कार्य प्रणाली सवालों में घिर गई है।
गौर हो कि इस पुल के निर्माण में ठेकेदार पर मनमानी के आरोप की पहले से ही शिकायत कर जांच की मांग की गई है। आरोप है कि खेतों को बर्बाद करने की साजिश की गई है। जांच के लिए संबंधित अधिकारी बहाने कर आनाकानी करते रहे हैं। किसानों के विरोध स्वरूप कई बार जोरदार प्रदर्शन भी किए है। आरोप है कि अधिकारी दबाव के चलते विभागीय जांच तक करने से कतराते रहे हैं।
क्या कहते है ग्रामीण…
दिला राम ठाकुर और अरठी पंचायत प्रधान सुषमाए उपप्रधान महेंद्र ठाकुर, प्रभदयाल, वार्ड मेंबर कमला देवी, कर्मसिंह, चमारूराम, अमर सिंह, शक्तिचंद, कृष्ण सिंह, भूप सिंह, राकेश कुमार, काकू, लक्ष्मण, कौशल्या देवी, ग्राम चुरड़ वार्ड मेंबर रूप सिंह, गांव पटसल गहरा, गंगी देवी, कृष्णी देवी, तनू, मनू, श्याम लाल और अमरू सिंह ने घटना की विजिलेंस जांच की मांग करते हुए आरोप लगाया कि घटिया सामग्री के प्रयोग से पुराने श्मशान पर बनाया गया पुल एक दिन में गिर पड़ा है।
पुल की खुदाई कर खेतए घासणी आदि में हजारों टन मलवा डंप करके सैकड़ों छोटे बड़े फलदार पौधे व सिंचाई का पानी क्षतिग्रस्त किया है। नुकसान की कोई भी अधिकारी जांच तक नहीं कर रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विभाग द्वारा मामले को रफा दफा करने की साजिश की जा रही है। उधर इस बारे ग्राम पंचायत प्रधान अरठी सुषमा देवी ने कहा कि पुल के मामले में पहले से जांच की मांग की गई है।