हमीरपुर (एमबीएम न्यूज): जिला के एक परिवार ने पर्यावरण बचाने के लिए अनोखी पहल शुरू की है। परिवार का मुखिया विवाह में शगुन के तौर पर रुपए नहीं, बल्कि एक पौधा गिफ्ट करता है। यहीं नहीं किसी के जन्मदिन पर भी यही तोहफा दिया जाता है। अब तक यह परिवार दर्जनों पौधे नवविवाहित दंपत्ति को भेंट कर चुके हैं।
करीब पांच साल से परिवार पर्यावरण संरक्षण के लिए जुटा है। पिता द्वारा लगाए गए पौधों की देखभाल बच्चें करते हैं। घर के आस पास लगाए गए करीब 150 पौधों की देखरेख का जिम्मा घर के छोटे बच्चों ने संभाला है। बच्चें सुबह शाम सिंचाई कर नई पौध का संरक्षण कर रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण का यह अनोखा तरीका जोल गांव के बलवंत सिंह बबली ने निकाला है।
इसमें उनकी पत्नी मंजूला भी उनका बखूबी साथ निभा रही हैं। मंजूला आंगनबाड़ी वर्कर हैं। जब भी समय मिलता है, नई पौध की देखभाल व तरह-तरह के नए पौधे लगाने का कार्य शुरू कर देती हैं। बलवीर सिंह ने बताया कि उन्होंने करीब इस साल पहले पौधे लगाने का कार्य शुरू किया था।
पहले उन्होंने सोचा की अपने स्तर पर ही पर्यावरण को बचाने का प्रयास करता हूं। बाद में उन्होंने अपनी सोच बदली। पहले सोच रहे थे कि किस तरह पर्यावरण को बचाने में लोगों का सहयोग लूं। काफी सोचने के बाद नतीजा निकला कि क्यों न अपने रिश्तेदारों से शुरू किया जाए। पहली बार जब अपने रिश्तेदार की शादी में गिफ्ट देने की बारी आई तो नए पौधा भेंट कर दिया। यह देखकर लोग हैरान जरूर हुए, लेकिन बाद में सभी सहमत भी हो गए।
उनका कहना है कि वह पौधारोपण के लिए कोई विशेष किस्म का पौधा नहीं लाते, बल्कि जंगल में उगने वाले पौधों का भी रोपण करते हैं। इस कार्य को मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण है। उनका कहना है कि पेड़ों के कटाने के कारण जगल कम हो रहे हैं। इस कारण वातावरण भी दूषित हो रहा है। जीवनदायनी आक्सीजन देने वाले पेड़ पौधे अगर समाप्त हो गए तो मानव जीवन कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हो जाएगा। उन्होंने बताया कि उनके पिता आर्मी से सेवानिवृत्त हैं। माता गृहणी हैं। पूरा परिवार इस काम में उनकी भरपूर मदद कर रहा है।
पिताजी तो इस कार्य के लिए उनकी काफी सराहना करते हैं। बूढ़े होने के बावजूद भी वह इस काम में उनकी सहायता करते हैं। बलवीर सिंह ने बताया कि आने वाले समय में उनकी यह मुहिम लोगों के लिए प्रेरणादायक होगी। उन्होंने बताया कि पांच जून को पर्यावरण दिवस पर भी उन्होंने पौधरोपण का प्लान तैयार किया है।
इस अवसर पर वह पंचायत घर, आंगनबाड़ी केंद्र व प्राथमिक पाठशाला प्लाही में नई पौध रोपित करेंगे। इन सभी जगहों पर दिन भर कर्मचारियों की आवाजाही होती है। अगर समय पर इन पौधों का पानी मिल जाए तो यहां अच्छी पौध तैयार हो जाएगी। उन्होंने इस कार्य में जिला के लोगों का भी सहयोग मांगा है। उनका कहना है कि वन संरक्षण मात्र सरकार का ही जिम्मा नहीं। पर्यावरण दिवस पर एक साथ सैकड़ों पौधे लगाने से कुछ नहीं होगा, इन पौधों की देखभाल भी उतनी ही जरूरी है। अगर आप कोई पौधा लगाते हैं उसका पूरा ख्याल रखें।