– बंदरों को भगाने के लिए पच्छाद में दीवाली जैसा माहौल
शेरजंग चौहान, फागू – क्षेत्र में बंदरों की नसबंदी योजना का अभी तक कोई लाभ नहीं हुआ है। वन विभाग आंकड़ों की आड में अपने आपको बचाता फिर रहा है जबकि बंदरों का आतंक अभी तक ज्यों का त्यों बना हुआ हैै। बंदरों को भगाने के लिए किए जा रहे धमाकों से फागू क्षेत्र में दीवाली का माहौल बना हुआ है। कुछ लोगों ने एयरगन पर पैसा खर्च करके हवाई फायर से काम चला रखा है जबकि कुछ लोग पटाखे और राकेट चला कर बंदरों से फसलें बचाने में दिन भर व्यस्त रहते हैं। ये बंदर स्टोन फ्रूट्स में सबसे अधिक खुमानी पर हमला करते हैं जबकि आड़ू को आधा खा कर फसल को बरबाद कर देते हैं। अब किसान इन बंदरों के आतंक से इतना तंग आ चुके हैं कि अभी तो वे एयरगन और पटाखों से काम चला रहे हैं मगर वो दिन दूर नहीं जब क्षेत्र में असली बंदूकों की भरमार हो जाएगी। क्षेत्र के किसानों बागवानों ने सरकार एवं वनविभाग से अनुरोध किया है कि वे इस परेशानी से जल्दी से निजात दिला दे नही तो कहीं दुखी हो कर किसान-बागवान आत्महत्या जैसा पग उठाने की न सोचे। इस बारे में जब वन विभाग से जानकारी ली तो वन परिक्षेत्राधिकारी अमरसिंह ने बताया कि सभी परिक्षेत्रों से बंदरों को नसबंदी के लिए ले जाकर नसबंदी करके वापस छोड़ दिया जा रहा है। यही कारण है कि अभी तक उनकी संख्या में कमी नहीं आई है। धीरे धीरे ही इनकी बढ़ती संख्या पर अंकुश लगाया जा सकेगा।