मंडी (वी कुमार) : जिला की बल्हघाटी के मुस्लिम बाहुल्य गांव डिनक से बीती 23 जुलाई को अगवा हुई नाबालिग को जिला पुलिस ने ढूंढ निकाला है। इसके साथ ही अन्य पांच लापता नाबालिगों को भी ढूंढने में भी पुलिस को सफलता हाथ लगी है। डिनक गांव के स्कूल में दसवीं कक्षा की छात्रा को उसी के स्कूल के मौलवी ने शादी की मंशा से अगवा कर दिया था।
आरोपी 22 वर्षीय कासिर अहमद मूलतः हरियाणा के मेवात जिले का रहने वाला है और डिनक स्कूल में बतौर मौलवी तैनात था। लेकिन अपनी शिष्या के प्रति मौलवी की नीयत बेईमान हो गई और उसने उसे अगवा कर लिया। परिजनों ने जब सुंदरनगर पुलिस थाना में इस बावत शिकायत दर्ज करवाई तो पुलिस ने लापता नाबालिग की तलाश शुरू कर दी।
पुलिस लंबी छानबीन के बाद आरोपी तक पहुंचने में सफल हो पाई। आरोपी को तेलंगाना के नल्लूर जिले से गिरफ्तार किया गया है। साथ ही पुलिस ने अगवा की गई नाबालिग को भी अपने कब्जे में ले लिया है। दोनों को पुलिस की टीम मंडी ला रही है। वहीं सरकाघाट के चोलथरा से लापता हुई एक अन्य प्रवासी नाबालिग को पुलिस ने यूपी के साहजहां से बरामद किया है।
बताया जा रहा है यह नाबालिग एक अन्य प्रवासी के झांसे में आ गई और खुद की यूपी जा पहुंची, लेकिन पुलिस ने इसे भी वहां से लाकर परिजनों के हवाले कर दिया है। वहीं जोगिंद्रनगर से लापता हुए नेपाली मूल के चार नाबालिगों को पुलिस ने कुल्लू जिला के नग्गर से बरामद किया है। पुलिस के अनुसार यह चारों नाबालिग अपने घरवालों को बताये बिना नग्गर चले गये थे जहां पर ये सेब के बगीचे में काम कर रहे थे। इसमें दो लड़कियां और दो लड़के शामिल थे। इन्हें भी पुलिस ने परिजनों के हवाले कर दिया है।
अभी भी जिला पुलिस के पास तीन नाबालिगों के मामले लंबित पड़े हुए हैं। एएसपी मंडी कुलभूषण वर्मा ने नाबालिगों के मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि पांच नाबालिगों को परिजनों के हवाले कर दिया गया है और एक नाबालिग और आरोपी मौलवी को मंडी लाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शेष लापता तीन नाबालिगों को भी पुलिस जल्द की ढुंढकर परिजनों के हवाले कर देगी।