नाहन (एमबीएम न्यूज): बर्मापापड़ी-कौलावालाभूड मार्ग पर सोहन सिंह उर्फ सोनी के मर्डर का मामला बेपर्दा हो गया है। हैरान कर देनी वाली वारदात सामने आई है। पुलिस ने 23 वर्षीय सुषमा व करीब 32 वर्षीय राजेश को हरियाणा के जगाधरी से गिरफ्तार कर लिया है।
तकरीबन तीन महीने पहले ही सुषमा ने सोहन के साथ शादी के सात फेरे लिए थे। दंग करने वाली बात यह है कि सुषमा ने आपराधिक प्रवृति के व्यक्ति से ही प्यार किया, जो उसके पति को आसानी से मौत के घाट उतार सकता था। इस मामले में सुषमा को हर पल की खबर थी। दरअसल सुषमा की राजेश से जान-पहचान की भी एक वजह थी। सुषमा के मामा ने दूसरी शादी की। सुषमा की सौतेली मामी की भी दूसरी शादी थी। सौतेली मामी का पहली शादी से राजेश बेटा था।
बुधवार दोपहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसपी सौम्या सांबशिवन व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद धीमान ने कहा कि सुषमा के खिलाफ षडयंत्र रचने का मामला 120बी के तहत चलेगा, जबकि आरोपी राजेश के खिलाफ 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
कैसे की गई हत्या की साजिश?
प्रेमिका व पीडि़त की पत्नी के साथ साजिश रच कर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया। 3 जुलाई की रात आरोपी बर्मापापड़ी-कौलावालाभूड मार्ग पर एक मंदिर के समीप पहुंच गया, जहां से सोहन रोजाना गुजरता था। इससे पहले पुल पर ही एक लोहे की रॉड को छिपाकर आया था।
चूंकि सोहन व राजेश की जान-पहचान पहले से थी, लिहाजा सोहन को इस बात का मामूली सा भी इल्म नहीं हुआ कि चंद मीटर आगे जाकर राजेश उसे मौत की नींद सुलाने वाला है। अपने-अपने मोटर साइकिल पर बातें करते-करते, जब दोनों पुल पर पहुंचे तो यहां आरोपी राजेश ने शौच का बहाना बनाया। जैसे ही सोहन ने अपनी मोटर साइकिल रोकी तो उस पर लोहे की रॉड से कई वार किए।
सोहन के दम तोडऩे के बाद शव को पुलिया से नीचे धकेल दिया। मोटर साइकिल को भी नीचे फेंका गया, ताकि दुर्घटना प्रतीत हो। लेकिन शव व मोटर साइकिल में काफी दूरी होने से पुलिस को यह समझते देर नहीं लगी थी कि सोहन की दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या हुई है। इसके बाद से पुलिस के रडार पर पहले सोहन के रिश्तेदार व करीबी आए। लेकिन बाद में गहरी छानबीन में पुलिस के शक की सुई सुषमा की तरफ घूम गई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद धीमान ने कालाअंब थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह के साथ मिलकर इस मामले की कमान अपने हाथ में ले ली। सनद रहे कि 4 जुलाई को सुबह सोहन सिंह उर्फ सोनी का शव बरामद हुआ था।
क्या है आरोपी राजेश की आपराधिक पृष्ठभूमि?
हालांकि पुलिस रिमांड के दौरान राजेश से कई राज उगलवाए जाने बाकी हैं, लेकिन अब तक की तफ्तीश में यह साफ हो गया है कि आरोपी के लिए हत्या कोई बड़ी बात नहीं थी। इससे पहले भी दो हत्याओं को अंजाम दे चुका था। 2006 में पांवटा साहिब में एक शख्स को बाता नदी में फेंक कर हत्या की थी। इस मामले में राजेश को आजीवन कारावास की सजा हुई।
सैंट्रल जेल नाहन में ही सजा भुगत रहा था। नवंबर 2015 में भाई की शादी के लिए 10 दिन की पैरोल ली, लेकिन इसके बाद वापस जेल नहीं लौटा। इसके अलावा उत्तराखंड के डोईवाला में भी आरोपी राजेश ने एक हत्या को अंजाम दिया था। इस मामले का ट्रायल चल रहा है। एएसपी विनोद धीमान का कहना है कि आरोपी के पुराने मामलों को लेकर रिकॉर्ड एकत्रित किया जा रहा है।