चंडीगढ़/शिमला, 01 सितंबर : आखिर में यूटी चंडीगढ़ (Union Territory) में हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) का चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (CTU) का विवाद सुलझता नजर आ रहा है। शुक्रवार को चंडीगढ़ में एचआरटीसी की जब्त की गई चार बसों को रिलीज कर दिया गया।

निगम की बसें शुक्रवार को सुचारू रूप से संचालित होती रही। सीटीयू इस बात पर अड़ा हुआ था कि चंडीगढ़-चंबा रूट को बहाल किया जाए, जबकि इस मामले में निगम का कोई लेना-देना नहीं है। ऊना के एक निजी बस ऑपरेटर द्वारा सीटीयू के रूट के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी।
सीटीयू का ये रूट बंद होने के बाद जानबूझ कर हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों को यूटी में तंग किया जाने लगा। वीरवार को बवाल उस बढ़ गया, जब निगम की रूट पर चल रही चार बसों को अचानक ही जब्त कर लिया गया।
निगम प्रबंधन ने ये मामला शुक्रवार को यूटी (UT) प्रशासन के समक्ष उठाया। परमिट व काउंटर साइन न होने को लेकर चालान की कार्रवाई की गई थी, इसके बाद चार बसों को भी जब्त कर लिया गया। मौके पर हंगामा बढ़ता देख पुलिस के शीर्ष अधिकारियों सहित परिवहन विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
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बताया गया कि लंबे अरसे से यूटी व एचआरटीसी के बीच परमिट व काउंटर साइन (Counter Sign) को लेकर बैठक नहीं हुई है, इस कारण परानी व्यवस्था ही चल रही है। निगम के कर्मचारियों ने आरोप लगाया था कि चंडीगढ़ की तरफ से बदले की कार्रवाई की जा रही है।
विवाद न थमने पर…
यदि भविष्य में यूटी में निगम की बसों को लेकर दोबारा विवाद पनपता है तो निगम सेक्टर 43ए को छोड़कर मोहाली के फेज-7 के विकल्प के बारे में सोच सकता है। इसके संकेत, निगम के चालक-परिचालकों के संगठनों के अलावा अधिकारियों से भी मिल रहे हैं। एमबीएम न्यूज नेटवर्क को बताया गया कि 43 सेक्टर के आईएसबीटी (ISBT Chandigarh) को इस्तेमाल करने के लिए निगम द्वारा हर माह लगभग 45 लाख का खर्चा किया जाता है। 350 से 450 रूट संचालित होते हैं।
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वहीं, विवाद के चरम पर पहुंचने की स्थिति में अगर हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा बसों का संचालन मोहाली (Mohali) से किया जाता है तो 20 लाख की बचत भी हो सकती है। साथ ही ये बस स्टैंड एक्सक्लूजिव तौर पर निगम की बसों को मिल सकता है। ऐसे हालात में निगम की बसें चंडीगढ़ में दाखिल ही नहीं होंगी। पंजाब व हरियाणा की सीमाओं से हिमाचल में दाखिल हो सकती हैं।
ये भी पता चला है कि 5 सितंबर को परिचालक संघ की बैठक प्रबंध निदेशक से होनी है। बैठक में मोहाली बस स्टैंड को लेकर भी चर्चा हो सकती है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क द्वारा पूछे जाने पर हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक रोहन ठाकुर ने कहा कि 43 सेक्टर के आईएसबीटी से मोहाली की शिफ्टिंग चरम निर्णय होगाा। फिलहाल, बसों को तंग नहीं किया जा रहा। उच्च स्तर पर मामले को सुलझा लिया गया है। बसें भी रिलीज कर दी गई हैं।