नई दिल्ली, 23 मई : संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) ने मंगलवार शाम सिविल सर्विसेज (Civil Services) का परिणाम जारी किया। ग्रेटर नोएडा की ईशिता किशोर (Ishita Kishor) देश की टॉपर (UPSC Topper) बनने में कामयाब हुई हैै। हालांकि, कामयाबी पर ईशिता ने समाचार एजेंसियों से कई बातें साझा की। लेकिन सबसे अहम बात ये है कि ईशिता को यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में दो मर्तबा प्रारंभिक परीक्षा में ही सफलता नहीं मिली थी। तीसरे प्रयास में पूरे देश की ही टॉपर बन गई।
दीगर है कि संघ लोक सेवा आयोग द्वारा घोषित परिणाम में बेटियां ही हैड लाइन बनी हैं। टॉप-4 रैंक पर लड़कियों ने कब्जा किया है। ईशिता ने कहा कि जीवन में Give Up नहीं करना चाहिए। ईशिता का कहना था कि अनुशासन के बिना परीक्षा को उत्तीर्ण नहीं किया जा सकता। उनका कहना था कि वो एक जॉब कर रही थी। दो साल तक नौकरी के बाद ये अहसास हुआ कि वो सिविल सर्विसेज के लिए बड़ी हुई हैं। इसके बाद यूपीएससी की परीक्षा पर फोकस किया।

परीक्षा की तैयारी का कोई मूलमंत्र नहीं है। उन्होंने कहा कि फार्मूला रोज बदलना पड़ता है। अगर आपकी एक रणनीति सही नहीं बैठ रही तो इसे बदलना होता है। समय-समय पर खुद का मूल्यांकन भी जरूरी है। मेहनत को लेकर पूछे गए सवाल पर ईशिता का कहना था कि तीन साल की यात्रा रही है। चंद शब्दों में कहूं तो अनुुशासित व कंसिस्टेंट रहें। खुद की प्रोग्रेस का आकलन भी आवश्यक है।
उल्लेखनीय है कि ईशिता किशोर ने दिल्ली के प्रतिष्ठित श्री राम लोहिया कॉलेज ऑफ कॉमर्स (Shri Ram Lohia College of Commerce) से शिक्षा ग्रहण की है। ईशिता ने कहा कि पिता भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) में सेवारत रहे। हमेशा लगता था कि देश व समाज के लिए कुछ करना चाहिए। दो साल कॉरपोरेट सेक्टर में नौकरी के बाद ये लगा कि पालन पोषण कुछ और ही बयां कर रहा है। परिवार के सहयोग को लेकर ईशिता ने कहा कि कोई भी सफलता बिना सहयोग के नहीं पाई जा सकती।
उन्होंने कहा कि नौकरी करना भी एक स्वतंत्र फैसला था। महसूस हुआ कि सरकारी सेक्टर में ही खुश रहूंगी।
मूल मंत्र को लेकर एक अन्य सवाल पर ईशिता का कहना था कि खूब पढ़ाई रोज कीजिए, Give Up करने का नहीं सोचिए। उनका कहना था कि दो बार प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण नहीं हुई, डर भी लगने लगा था, क्योंकि नौकरी भी छोड़ दी थी। फिर भी सफर को जारी रखने का निर्णय लिया। आखिर, सफलता मिल गई।
गौरतलब है कि संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में दूसरे स्थान पर गरिमा लोहिया, तीसरे व चौथे स्थान पर क्रमशः उमा व स्मृति मिश्रा ने कब्जा किया है।