नई दिल्ली, 30 मार्च : सीबीआई ने घूसखोरी (Bribe) के एक मामले में सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली के एक न्यूरो सर्जन व चार अन्य को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि सफदरजंग अस्पताल के न्यूरो सर्जन एक निजी (सर्जिकल) दुकान के मालिक सहित अन्य लोगों (मध्यस्थ व्यक्तियों के रूप में कार्य करने वाले) के साथ षड्यंत्र कर अवैध गतिविधियों में लिप्त था। चिकित्सा सलाह एवं मरीजों की सर्जरी में वसूली की जा रही थी। अस्पताल में इलाज के संबंध में निर्धारित नियमों को दरकिनार किया जा रहा था।

आरोप यह भी है कि उक्त चिकित्सक ने मध्यस्थों के माध्यम से रोगियों को विशेष दुकान के मालिक (Proprietor) से सर्जरी हेतु आवश्यक उपकरण खरीदने का निर्देश दिए। यह भी आरोप है कि आरोपियों ने मरीजों को वास्तविक मूल्य से अधिक राशि का भुगतान करने हेतु मजबूर किया। दुकान द्वारा अधिक बिलिंग (over billing) में हिस्सा प्राप्त किया।
सीबीआई के प्रवक्ता के मुताबिक आरोप यह भी है कि एक अन्य निजी व्यक्ति के बैंक खाते में मध्यस्थ व्यक्ति के माध्यम से आरोपी डॉक्टर के रोगियों के परिचारकों से हाल ही में तीन अलग-अलग मामलों में 1,15,000 रुपए, 55,000 रुपए और 30,000 रुपए की रिश्वत ली गई। ऐसा कथित तौर पर आरोपी डॉक्टर के निर्देश पर किया गया।
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि सफदरजंग अस्पताल के न्यूरो सर्जन मनीष रावत के अलावा मध्यस्थता करने वाले अवनीश पटेल, मनीष शर्मा व कुलदीप को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा कनिष्का सर्जिकल के मालिक दीपक खट्टर को भी गिरफ्तार किया गया है।
यह भी आरोप है कि आरोपी डॉक्टर, एक निजी व्यक्ति द्वारा प्रबंधित की जा रही कंपनियों के माध्यम से अवैध रूप से कमाए गए धन का शोधन (Laundering) कर रहा था। उधर सीबीआई ने दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश आदि सहित विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली गई, जिससे आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण आदि बरामद हुए है।