चंडीगढ़, 15 दिसंबर: एक बच्ची ‘प्रेरणा चौहान’ चौथी कक्षा में पढ़ाई कर रही थी। वो अक्सर ही ऊंची-ऊंची इमारतों (Buildings) को देखकर आकर्षित हुआ करती थी। तब ये निर्णय लिया था, वो अपने तरीके से ऐसी ऊंची इमारतों की योजनाकार बनेगी। मन में आर्किटेक्ट (architect) बनने की ठान ली। आर्किटेक्ट में ग्रैजुएट (graduate) भी हो गई। मन में एक विचार कौंधा, थ्यौरी व प्रैक्टिकल की पढ़ाई में दिन-रात का अंतर है। आपको थ्यौरी के साथ प्रैक्टिकल का अनुभव बेहद ही जरूरी होता है। लिहाजा, मास्टर्स के डिग्री कोर्स में दाखिला लेने के साथ ये भी तय कर लिया कि वो पढ़ाई के साथ-साथ एक उद्यमी भी बनेगी। बस यहीं से मन में वैब की दुनिया में एक ऐसा कार्य करने का फैसला लिया, जो शायद इतनी कम उम्र में युवा पीढ़ी लेने में सक्षम नहीं होती।
यूनिक आइडिया (Unique idea) से प्रेरणा ने एक वैब साइट बनाने का निर्णय लिया, ताकि इसमें दुनिया भर के आर्किटेक्ट कनेक्ट (connect) हो सकें। लिहाजा, वैब पोर्टल www.archibasket.com की सूत्रधार बन गई। एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने बातचीत के दौरान पाया कि प्रेरणा का विजन (Vision) बिलकुल क्लीयर है। लाजमी तौर पर आपके जहन में ये भी सवाल उठ रहा होगा कि इस पोर्टल (Portal) के जरिए, वो क्या करना चाहती है। इस वैबसाइट में पहला लक्ष्य आर्किटेक्ट की फील्ड से जुड़े लोगों की ज्वाइनिंग (joining) है। ज्वाइनिंग के बाद अपनी जरूरत के मुताबिक सर्च है। तीसरा चरण सबसे महत्वपूर्ण कदम कनेक्ट का है। चौथा कदम पब्लिश का है।
आपको बता दें कि प्रेरणा ने आर्किटेक्ट के क्षेत्र में गेट परीक्षा भी उत्तीर्ण की है। इसके अलावा जल संरक्षण को लेकर एशिया बुक ऑफ़ रिकाॅर्ड (Asia Book of Records) में नाम दर्ज करवाने वाली टीम की प्रतिभागी के तौर पर प्रमाणपत्र भी हासिल कर चुकी है। इसमें जल संरक्षण को लेकर डब्ल्यू की शेप में ह्यूमन चेन बनाई गई थी। इसके अलावा प्रेरणा को यूके से भी एक संस्थान के परिसर में आने का निमंत्रण मिला था। ग्रैजुएशन की पढ़ाई के दौरान भी नामी कोठारी एसोसिएट के साथ इंटर्नशिप (internship) के लिए जुड़ी रही।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में 25 वर्षीय प्रेरणा ने कहा कि बचपन में ही ऊंची इमारतों के निर्माण के बारे में सोचा करती थी। इत्तफाकन पिता भी इसी क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। लिहाजा, वो भी अपने कार्य को लेकर किस्से सुनाया करते थे। जमा दो की पढ़ाई के दौरान एक बार मन बदला भी, लेकिन बाद में यह तय कर लिया कि बचपन में जो सोचा करती थी, उसी क्षेत्र में खुद को साबित कर दिखाएगी।
एक सवाल के जवाब में प्रेरणा ने कहा कि निर्माण के क्षेत्र में एलाइड सर्विस (allied service) बेहद जरूरी होती है। इसमें इंटीरियर, पलंबर, इलेक्ट्रिशियन व कई अन्य क्षेत्र हैं। इस सब की जरूरत को भी एक ही मंच पर पूरा करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि साइट पर गैस्ट लाॅगिन भी उपलब्ध रहेगा, इसमें भवन बनाने वाला भी अपनी जरूरत को लेकर संपर्क कर सकेगा। उत्तर भारत में इमारतों का निर्माण पूरे परवान पर है। ऐसे में कई सुरक्षा के मापदंड भी अनदेखे हो रहे हैं। प्रेरणा का लक्ष्य ये भी है कि सुरक्षित भवनों का निर्माण हो।
कुल मिलाकर खास बात यह है कि चंडीगढ़ के 43 सैक्टर की रहने वाली प्रेरणा, उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो केवल सरकारी नौकरी के पीछे भाग रहे हैं। कम उम्र में एक स्टुडेंट होने के साथ-साथ उद्यमी भी बन रही है। उम्मीद है कि प्रेरणा का भविष्य उज्जवल होगा।