चंडीगढ़, 13 दिसंबर : न वो चर्चा में थी, न ही मिस यूनिवर्स इवेंट (Miss Universe Event 2021) के दौरान सिटी ब्यूटीफुल (City Beautiful) में घर पर मीडिया का जमावड़ा था। सीधे ही सोमवार सुबह चंद सैकेंड का एक वीडियो सामने आया। इसमें इंडिया को जागते ही पता चला कि चंडीगढ़ की कुड़ी 21 साल बाद भारत के लिए ‘ब्रह्मांड सुंदरी’ (Miss Universe) का खिताब हासिल कर चुकी है। 17 साल की उम्र में हरनाज के दुबलेपन की वजह से हर कोई मजाक उड़ाया करता था। इस कारण वो डिप्रेशन (Depression) में भी आ जाती थी।
चार साल पहले जब पहली बार मंच पर चढ़ी तो किसी को कतई भी इल्म नहीं रहा होगा कि वो विश्व स्तर पर लाइम लाइट में होगी। संस्कार देखिए, क्राऊन पहनने के बाद देश को प्रणाम तो किया ही, साथ ही मंच से ‘सत श्री अकाल’ का उदघोष किया। इंस्टाग्राम पर भी पहली तस्वीर गोल्डन टैंपल की शेयर की।
सोमवार सुबह से ही ट्रेंड कर रही पंजाबी कुडी हरनाज संधू के जीवन से जुड़े पहलुओं को एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने ऑनलाइन खंगालने का प्रयास किया। पता चला कि वो तो जीवन में जज बनना चाहती थी। अचानक ही मॉडलिंग का फितूर जागा तो बनते-बनते आज ‘मिस यूनिवर्स’ बन गई है।
हरनाज कौर की मां ने छलकती आंखों से पहली प्रतिक्रिया में कहा, वो शांत रहती है। अब दुनिया हिला दी। भाई हरनूर ने कहा, 7 साल छोटी बहन बड़ी हो गई है। खिताब जीतने के बाद हरनाज कौर संधू बोली, वो अपने ही खास सिद्धांतों पर चलती हैं। दुनिया में हर कोई एक-दूसरे को काॅपी कर रहा है। वो खुद पर विश्वास रखती थी, यही कारण है कि वो आज आपके सामने खड़ी है।
खास बात बता दें कि थियेटर के प्रति खास दिलचस्पी रखने वाली हरनाज बेहद शांत स्वभाव की तो हैं ही, स्कूल से काॅलेज तक कोई कोचिंग नहीं ली।
पशुओं से खास लगाव रखने वाली हरनाज को भारतीय परिधान (Indian apparel) पसंद हैं। शौक में घुड़सवारी, तैराकी, एक्टिंग व डांसिंग शुमार हैं। वो मिस इंडिया-2019 के फिनाले तक पहुंची थी। मिस यूनिवर्स का 70वां क्राउन पहनकर ‘मिस यूनिवर्स-2021’ बनी हैं।

पंजाब के गुरदासपुर के कोहाली गांव में जन्मीं हरनाज कौर संधू के जन्म से चंद दिन पहले ही भारत को 12 मई 2000 में ये खिताब लारा दत्ता की बदौलत मिला था। 21 मई 1994 को पहली बार ये खिताब सुष्मिता सेन ने भारत को दिलवाया था। 1952 के बाद इंडिया को ये खिताब तीसरी बार मिला है। हरनाज का जन्म 3 मार्च 2000 को हुआ था।
मिस यूनिवर्स ने चंडीगढ़ के जीसीजी सेक्टर 42 से गैजुएशन की पढ़ाई की है। इस समय लोक प्रशासन में मास्टर डिग्री कर रही है। हरनाज ने कुछ पंजाबी फिल्मों में अभिनय भी किया है। मई 2022 में हरनाज की दो पंजाबी फिल्में भी आ सकती हैं।
बहरहाल, पंजाबी कुडी की ये उपलब्धि स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो चुकी है।