नाहन, 13 अप्रैल : कहते हैं, पुलिस करने पे आए तो खूंखार से खूंखार अपराधी को पाताल से भी ढूंढ निकालती है। बशर्ते क्राइम के बाद पुलिस समय पर एक्शन ले। रूखड़ी हत्याकांड में भी पुलिस की रणनीति सटीक बैठी। यही कारण है कि दोस्त को मौत के घाट उतारने वाला सलाखों के पीछे पहुंच चुका है।
एसएचओ सहित टीम के हरेक सदस्य ने लगातार 1800 किलोमीटर गाड़ी चलाई। आरोपी का हुलिया साफ नहीं था। इस कारण भी दिक्कत थी। सटीक लोकेशन मिलने पर आरोपी दशरथ एक नाई की दुकान में बैठा हुआ था। टीम का एक सदस्य सादी वर्दी में उसके साथ बैठ गया। जब ये स्पष्ट हो गया कि वो ही आरोपी है तो तपाक से सदस्य ने उससे कहा कि चल तुझे लेने पांच पांडव आए हैं।
दरअसल, वारदात के तुरंत बाद ही एसपी केसी शर्मा ने टीम गठित कर दी। इसकी कमान थाना प्रभारी मानविंद्र ठाकुर को सौंपी गई। अहम बात यह रही कि इस टीम का सदस्य साइबर सैल एक्सपर्ट आरक्षी अमरेंद्र सिंह व नितिश शर्मा को भी बनाया गया, ताकि गाड़ी में ही बैठकर आरोपी की लोकेशन का पता लगाया जा सके। अन्यथा, साइबर सैल व मौके पर मौजूद टीम के संवाद में देरी भी आरोपी को बच निकलने का मौका दे सकती थी।
आप यह जानकर भी हैरान होंगे कि एसएचओ मानवेंद्र के नेतृत्व में गठित टीम एएसआई हेम प्रकाश, आरक्षी राजेश कुमार, अमरेंद्र सिंह व नितिश शर्मा लगातार फिल्मी स्टाइल में चूहे-बिल्ली की तरह बनी रही। शातिर अपराधी ने उत्तर प्रदेश में अपना सिम भी बदल लिया था। साथ ही दूसरी बाइक का इस्तेमाल लगातार ठिकाने बदलने में कर रहा था। मगर गाड़ी में बैठे-बैठे ही टीम सीडीआर एनालिसिस के जरिए उसकी लोकेशन का पता लगा रही थी। अब जब पुलिस इतनी शिद्दत से कोशिश कर रही थी तो सफलता भी लाजमी थी।
आखिर में उत्तर प्रदेश के कासगंज से दशरथ को उस समय काबू किया गया, जब उसके आसपास करीब 1000 लोग मौजूद थे। भीड़ से खासकर उत्तर प्रदेश से अपराधी को दबोचना, आसान नहीं था। इतना भी तय है कि अगर इस मामले में खाकी की टीम थकती या सोती तो शातिर ऐसा गुम होता कि उसे तलाशना टेढी खीर हो जाता। उधर, पत्रकारों से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक केसी शर्मा ने कहा कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दो अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की जा रही थी।
चूंकि वो एक शातिर अपराधी है, लिहाजा पुलिस को चकमा देने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। एसपी ने कहा कि पुलिस टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए आरोपी को धर दबोचने में सफलता हासिल की है, जिसे शीघ्र ही न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। एसपी ने कहा कि वारदात में इस्तेमाल हथियार को बरामद किया जा चुका है।
बता दें कि 11 अप्रैल की रात आरोपी ने अपने ही दोस्त मानसिंह को मौत के घाट उतार दिया था। उसे शक था कि पत्नी रजनी के मानसिंह से अवैध संबंध हैं। रात सवा 11 बजे के आसपास रूखड़ी में निर्माणाधीन होटल के पास मानसिंह को शराब के नशे में धुत्त करने के बाद मौत के घाट उतारा था। इसके लिए आरोपी ने एक दिन पहले ही प्लानिंग कर ली थी।