नाहन/दिल्ली, 12 फरवरी : दिल्ली से देहरादून इकोनोमिक काॅरिडोर के निर्माण से शहरों के बीच का सफर बहुत आसान हो जाएगा। न केवल देश व उत्तराखंड की राजधानी के बीच दूरी कम होगी, बल्कि अढ़ाई घंटे में ही देहरादून से दिल्ली पहुंचा जा सकेगा। इसका फायदा उत्तराखंड की सीमा पर बसी हिमाचल की आर्थिक नगरी पांवटा साहिब को भी मिल सकता है। पांवटा साहिब के ऐतिहासिक गुरुद्वारा तक देश की राजधानी से आने के लिए भी ये हाईवे काफी फायदेमंद साबित होगा।
गौरतलब है कि हरियाणा व उत्तराखंड की सीमा से सटे पांवटा साहिब को राज्य की आर्थिक नगरी भी माना जा सकता है। गुरु की नगरी व उत्तराखंड की राजधानी के बीच मात्र 45 किलोमीटर की दूरी है। टै्रफिक की समस्या को लेकर थोड़ा वक्त लगता है। अन्यथा, 45 से 60 मिनट का ही सफर है। इस समय दिल्ली से देहरादून के बीच की दूरी 235 किलोमीटर है। इकोनोमिक काॅरिडोर के निर्माण के बाद यह दूरी 210 किलोमीटर रह जाएगी। वहीं, साढ़े 6 घंटे का सफर कम होकर अढ़ाई घंटे के आसपास रह जाएगा। अब अगर पांवटा साहिब से दिल्ली जाने के लिए इस काॅरिडोर का इस्तेमाल होगा तो सफर साढ़े 3 से 4 घंटे के बीच का ही होगा।
मौजूदा में पांवटा साहिब के पास वाया यमुनानगर का विकल्प है। सड़क परिहवन व राजमार्ग मंत्रालय के मुताबिक यह देश का पहला हाईवे होगा, जहां 12 किलोमीटर एलेवेटेड काॅरिडोर जंगली जानवरों के संरक्षण के लिए बनाए जाएंगे। इस हाईवे पर गाड़ियों के लिए न्यूनतम 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड होगी। वाहन चालकों के लिए कई तरह की सहूलियतें भी होंगी। अक्षरधाम से देहरादून तक बनने वाले इस हाईवे को चार टुकड़ों में बांटा गया है। इस हाईवे के निर्माण से उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा तो मिलेगा ही, साथ ही आर्थिक गतिविधियों के लिए भी फायदेमंद होगा। यह हाईवे 6 लेन का होगा।
बता दें कि औद्योगिक क्षेत्र पांवटा साहिब की उत्तराखंड के इंडस्ट्रियल एरिया सेलाकुई की दूरी 35 किलोमीटर के आसपास है। कई उद्योगपति देहरादून के लिए पांवटा साहिब से अप-डाउन भी करते हैं।