नाहन, 29 सितंबर : विकास खंड के जमटा क्षेत्र के कांडो कत्याड़ का 43 वर्षीय लाल देश के काम आया है। 15 साल के बेटे विवेक व 12 वर्षीय आर्यन ठाकुर में देशभक्ति का जज्बा बचपन से ही कूट-कूट कर भरा है। हवलदार सुरेश कुमार की शहादत (Martyrdom) की आज सुबह सूचना मिलने के बाद समूची धारटीधार घाटी शोक की लहर में डूब गई। बता दें कि चंद सप्ताह पहले धारटीधार के ही एक 24 वर्षीय लाल प्रशांत ठाकुुर ने आतंकी मुठभेड़ में अपने प्राण देश पर न्यौछावर कर शहादत को प्राप्त कर लिया था।
ताजा घटनाक्रम में 43 वर्षीय हवलदार सुरेश कुमार की शहादत की सूचना मिलने के बाद सैनिक कल्याण बोर्ड (Sainik Welfare Board) के उप निदेशक (deputy director) मेजर दीपक धवन तुरंत ही परिवार को ढांढस बंधाने घर पहुंचे हैं। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक हवलदार सुरेश कुमार सेना के ही वाहन में उधमपुर से श्रीनगर के बीच सडक़ हादसे का शिकार हो गए। करीब 20 साल पहले जैक राइफल (Jack Rifle) में सेवाएं शुरू की थी। इस समय यूनिट 155 में सेवाएं दे रहे थे। अपने पीछे बेटों के अलावा पत्नी शीला देवी, 75 वर्षीय पिता जोगिंद्र सिंह, 66 वर्षीय माता शीला, 40 वर्षीय भाई संजीव कुमार व 42 वर्षीय भाई बाबूराम को छोड़ गए हैं। जानकारी के मुताबिक शहीद के बेटे नाहन के एक निजी स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
हालांकि अधिकारिक पुष्टि नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि सडक़ हादसे में आर्मी के वाहन के ड्राईवर का भी निधन हुआ है। बुधवार तक पार्थिव देह के पैतृक गांव में पहुंचने की संभावना है। पारिवारिक सदस्य नरेश ने बताया कि आज सुबह ही घटना की सूचना परिवार को मिली थी। उधर, सूचना मिलने के बाद परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। संपर्क किए जाने पर सैनिक वैलफेयर बोर्ड के उपनिदेशक मेजर दीपक धवन ने बताया कि बुधवार तक पार्थिव देह पैतृक गांव पहुंच जाएगी।
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