नाहन : शिलाई विधानसभा क्षेत्र के पिछड़ेपन पर वीरवार को महाबली ” The Great Khali” की टीस उभर आई। सिरमौर प्रेस क्लब (Sirmour Press Club) नाहन पहुंचे महाबली ने पत्रकारों से बातचीत में जमकर गुबार निकाला। द ग्रेट खली उर्फ दलीप सिंह राणा (Dalip Singh Rana) ने बेबाक तरीके से अपने मन की बात साझा करते हुए सवाल उठाया कि क्यों आज तक शिलाई क्षेत्र में गांव-गांव में पानी की समस्या है। स्वास्थ्य सुविधाएं क्यों शून्य हैं। उन्होंने कहा कि बड़े शहरों में आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में मामूली उपचार भी उपलब्ध नहीं होता। खली ने कहा कि क्या गांवों में रहने वाले लोग इंसान नहीं है। जब वोट लेने का समय होता है तो हरेक राजनीतिक दल उन्हें सब्जबाग दिखाकर ठग लेता है।
खली का कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों से हायर स्वास्थ्य संस्थानों में पहुंचने के लिए लोगों को कई घंटों का सफर तय करना पड़ता है। सरकार को क्यों आज तक नहीं पता चला कि रास्ते में कईयों की मौत भी हो जाती है। राजनीति में प्रवेश करने को लेकर पूछे गए सवाल पर महाबली ने कहा कि उनकी राजनीति में आने की लेशमात्र भी इच्छा नहीं है। अलबत्ता, इतना जरूर है कि वो झूठे विकास के सपने दिखाने वालों को सबक सिखाने के लिए हमेशा ही तत्पर रहेंगे। खली ने ग्रामीण क्षेत्रों की अनदेखी पर उदाहरण पेश करते हुए कहा कि उनके अपने गांव नैनीधार (Nainidhar) में 21 साल पहले विश्रामगृह बनाने की घोषणा हुई थी। जिसकी एक भी ईंट आज तक नहीं रखी गई। खली ने कहा कि अब तो लोग इस बात को भूल चुके हैं कि गांव में विश्राम गृह भी बनेगा।
खली ने कहा कि नैनीधार क्षेत्र के दर्जनों गांव की पेयजल योजना भी इस कारण सिरे चढ़ी, क्योंकि न केवल वो प्रयास कर रहे थे, बल्कि ग्रामीण भी एकजुटता से सामने आ गए थे।
उधर चीन विवाद पर पूछे गए सवाल पर द ग्रेट खली ने कहा कि टिकटाॅक (Tik Tok) को प्रतिबंध करने से कुछ नहीं होने वाला। इससे तो अपने ही लोग बेरोजगार हो गए। इसका जवाब तो सीधा यही होना चाहिए कि अगर चीन हमारे 20 सैनिकों को मारता है तो हमें उनके 100 सैनिकों को मारना चाहिए। खली ने कहा कि डाटा लीक होने का तर्क आज दिया जा रहा है, क्या सरकारें यह नहीं जानती थी कि सालों से टिकटाॅक का इस्तेमाल हो रहा है। अंतरराष्ट्रीय रेसलर का कहना था कि जनता को भी जागरूक होने की आवश्यकता है। अन्यथा, झूठे प्रलोभन में ठगने की साजिश सफल होती रहेगी।
हिमाचल (Himachal) व पंजाब (Punjab) सरकार के कोरोना संकट पर कोशिशों को लेकर पूछे गए सवाल पर खली ने कहा कि दोनों ने ही संतोषजनक कार्य किया है। सरकारों पर दोष नहीं मढना चाहिए, बल्कि खुद सामाजिक दूरी की पालना करनी होगी। पत्रकारवार्ता के दौरान खली ने कहा कि उनकी जालंधर अकादमी से करीब एक दर्जन युवाओं का चयन डब्ल्यूडब्ल्यूई (WWE) में हो चुका है। हिमाचल से भी कुछ युवक रेसलिंग सीख रहे हैं।