सोलन/नाहन: पच्छाद उप चुनाव में बीजेपी के खिलाफ बगावत का साहस जुटाने वाली आजाद उम्मीदवार दयाल प्यारी की किडनेपिंग नहीं हुई है। दरअसल, पिछले अढ़ाई घंटे से एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसके मुताबिक जैसे ही दयाल प्यारी ने सोलन में मीडिया के सामने नामांकन पत्र वापिस न लेने का ऐलान किया तो उन्हें एक काले रंग की स्कार्पियो में अगवा कर लिया गया। इसका आरोप बीजेपी पर ही मढ़ा गया।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने भी तुरंत ही इस बात को लेकर पड़ताल शुरू की। इसमें पता चला है कि दयाल प्यारी के अपने ही समर्थकों ने उन्हें काले रंग की स्कार्पियो में बिठाकर सीधे ही प्राचीनभूरेश्वर महादेव मंदिर का रुख किया था। अंतिम जानकारी के मुताबिक भूरेश्वर महादेव मंदिर में ही दयाल प्यारी की बैठक जारी है। बताया यह भी जा रहा है कि चुनाव मैदान में बरकरार रहने का दम भरने से प्रभावित होकर सिक्टा समर्थकों ने भी दयाल प्यारी के समर्थन में जुटना शुरू कर दिया है।
भूरेश्वर महादेव मंदिर में पहुंचे एमबीएम के प्रतिनिधि ने पाया कि दयाल प्यारी अपने समर्थकों के बीच मंथन कर रही है। उन्होंने कहा कि 3 बजे के बाद वो प्रचार में जुट जाएंगी। हालांकि एक तबका अब भी यही कह रहा है कि वो नामांकन पत्र वापिस लेंगी, लेकिन इसकी गुंजाइश नजर नहीं आ रही। गौरतलब है कि नामांकन पत्र वापिस लेने के लिए प्रत्याशी को व्यक्तिगत तौर पर सहायक निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में पहुंचना लाजमी नहीं है। इसके लिए नामांकन भरने वाला प्रत्याशी अपने अथॉरिटी लैटर के साथ प्रपोजर या एजेंट को भेज सकता है।
दीगर है….
पिछले 48 घंटों से दयाल प्यारी लापता थी। ऐसी आशंका जाहिर की जा रही थी कि बीजेपी का जबरदस्त दबाव है। लेकिन आज सुबह जैसे ही ससुर व पति के अलावा समर्थकों से आमना-सामना हुआ तो सीधे ही मीडिया के सामने आकर चुनाव लड़ने की बात कही। बताया जा रहा है कि इस दौरान एक-दो महिलाएं चाहती थी कि दयाल प्यारी उनके साथ चले, लेकिन समर्थकों ने उन्हें अपनी स्कार्पियो में बिठा दिया। बताया जा रहा है कि आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर भी सोलन में ही मौजूद थे। भाजपा के प्रदेष अध्यक्ष सतपाल सत्ती पहुंचे थे या नहीं, इस बात को लेकर संशय है।
ये है वो वायरल वीडियो
https://youtu.be/88pJUP_bovQ