मंडी: जनपद में ब्यास नदी में आई भीषण बाढ़ के लिए लोगों ने बीबीएमबी प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। पंडोह के लोगों का आरोप है कि प्रबंधन ने भारी बारिश के बीच पंडोह डैम की फ्लशिंग का कार्य किया, जिस कारण नदी का जलस्तर बढ़ा, इससे पंडोह बाजार की अधिकतर दुकानों और घरों में पानी घुसा। बता दें कि भारी बारिश के बीच पंडोह डैम के सभी पांचो फ्लड गेट खोल दिए गए थे। डैम से छोड़े गए पानी के कारण बाजार में पानी घुस गया और इससे लोगों का भारी नुकसान हुआ है।
पंडोह निवासी पवन कश्यप और बालक राम ने बताया कि भारी बारिश के बीच प्रबंधन ने तमाम गेट खोलकर डैम की फ्लशिंग की इसी कारण पानी बाजार तक पहुंच गया। बाजार में पानी इतनी तेजी से दाखिल हुआ कि जिस कारण लोगों को न तो अपनी गाडि़यां बचाने का मौका मिला और न ही अन्य प्रकार का सामान। इस बाढ़ के चलते लोगों को 1995 का वो मंजर याद आ गया, जब मनाली में बादल फटने के कारण पंडोह बाजार में पानी घुस आया था। लोगों का कहना है कि यदि डैम प्रबंधन भारी बरसात में डैम की फ्लशिंग नहीं करता तो इतना नुकसान नहीं होता।
वहीं बीबीएमबी प्रबंधन ने स्थानीय लोगों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को सिरे से खारिज किया है। इस बात को भी स्वीकार किया है कि डैम की फ्लशिंग की गई है। बीबीएमबी के चीफ इंजीनियर नीतिश जैन ने बताया कि डैम की फ्लशिंग का कार्यक्रम पहले से ही तय था और इस बारे में प्रशासन को भी सूचित किया गया था। उन्होंने बताया कि डैम के पास इतनी बड़ी जलाशय नहीं है कि यहां पानी स्टोर किया जा सके। यहां से पानी को सिर्फ डायवर्ट किया गया है और जो पानी पीछे से आया उसे ही आगे छोड़ा गया है।
बता दें कि बीबीएमबी प्रबंधन सिल्ट निकासी के लिए समय-समय पर पंडोह डैम की फ्लशिंग करता रहता है, लेकिन भारी बारिश के बीच की गई फ्लशिंग से कई सवाल पैदा हो रहे हैं और इसी के आधार पर स्थानीय लोग डैम प्रबंधन को इसके लिए दोषी मान रहे हैं।