एमबीएम न्यूज़/नाहन
सिरमौर में जंगलों की आग ने तबाही मचाई हुई है। रविवार को बेहद ही दर्दनाक तस्वीरें राजगढ़ उपमंडल से सामने आई थी। ताजा मामले में ट्रांसगिरी के टटियाना का घटनाक्रम सामने आया है। यहां जंगल की आग इतनी भयंकर हो चुकी थी कि सड़क पर 108 एंबुलेंस को रोकना पड़ा। इस जंगल की आग को देखकर 108 कर्मियों का दिल पसीज गया, क्योंकि जहां एक तरफ वन संपदा धू-धू कर जल रही थी, वहीं एक रोगी जिंदगी व मौत के बीच संघर्ष कर रहा था।
दरअसल हुआ यूं कि रात 1:00 बजे के आसपास 108 एंबुलेंस मरीज को लेने सतौन से कोटापाब के लिए निकली, लेकिन टटियाना के जंगल की आग सड़क तक पहुंच चुकी थी। सुनसान जंगल में तेज हवाओं के साथ आग विकराल रूप धारण कर रही थी। 108 एंबुलेंस कर्मियों ने साहस का परिचय देते हुए आग को काबू करने का प्रयास किया ताकि समय रहते मरीज को लाया जा सके। ईएमटी ओमप्रकाश व पायलट राजेश ने एंबुलेंस के फायर सिलेंडर का इस्तेमाल आग को बुझाने के लिए किया चूंकि आग भयंकर रूप धारण कर चुकी थी, लिहाजा फायर सिलेंडर से भी इसे काबू करना आसान नहीं था।
वन विभाग बेबसी और लाचारी से जंगलों को नष्ट होते देख रहा है। आधुनिक समय में हेली टैक्सी की सेवाएं तो सरकार दे रही है, लेकिन जंगलों की आग को काबू करने के लिए अब तक भी हवाई मार्ग का इस्तेमाल सपने के बराबर हैं। बहरहाल सामने भयंकर आग को देखकर 108 कर्मियों का साहस नहीं डगमगाया। जैसे-तैसे उन्होंने आग को चीर कर एंबुलेंस को कोटापाब पहुंचाया। इसके बाद 108 कर्मियों ने रात 3:00 बजे के आसपास 80 वर्षीय मरीज हीरा सिंह को पावंटा साहिब अस्पताल पहुंचा दिया।