शिलाई (अमित देसाई) : विकासखण्ड की कोटापाब पंचायत पर आखिरकार विभाग ने जांच बिठा दी है। विभाग ने पांच सदस्यीय ऑडिट कमेटी को कोटापाब जांच के लिए भेजा है। ऑडिट कमेटी ने ग्राम पंचायत कोटापाब मे जांच के लिए एक सप्ताह तक डेरा डाल दिया है। बारीकी से एक-एक कार्य का मौके पर जाकर जायजा लिया जाएगा तथा मामले मे 30 लाख से भी ज्यादा के सरकारी धन का घोटाला सामने आने की अटकलें लगााई जा रही है।
जानकारी के अनुसार कोटापाब के पंचायत प्रधान, सचिव व सहायक सचिव पर ग्रामीणों द्वारा लाखों रूपये के सरकारी धन व पंचायत कार्यो मे धांधली करने का आरोप है तथा आरटीआई मे ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोपों का खुलासा हुआ है। पंचायत में 50 से भी ज्यादा ऐसे कार्य है जिनको केवल फाईलों मे ही बनाया गया तथा सभी कार्यो की बैकों से रूपयों की निकासी भी कर दी गई है।
ताज्जुब तो इस बात का है कि पंचायत प्रधान ने अपने ही बेटेे को कही मिस्त्री तो कहीं वैल्डर दर्शाया है। साथ ही पंचायत में ऐसे भी जॉब कार्ड का खुलासा आरटीआई मे हुआ है जिसमें 100 दिनों के रोजगार की जगह 800 दिनों का रोजगार दिया गया है। इसके अलावा दर्जनों ऐसी योजनाएं है जो मौका पर बनी ही नहीं है।
ग्रामीणों में पंचायत उपप्रधान रामलाल, धनवीर सिंह, दयाराम, मामराज, सोहन सिंह, रण सिंह ने बताया कि उन्होंने जब ग्राम पंचायत में आरटीआई के लिए आवेदन दिए तो पंचायत प्रधान ने उन पर एसटी एससी अधिनियम के तहत मामला दर्ज करवा दिया उसके बाद लगातार कोई न कोई ईल्जाम उन पर लगाता रहा है। आरटीआई उन्हें मिलने पर पता चला कि पंचायत मे कई लाखों रुपये की हवाई योजनाएं है जिसकी शिकायत उन्होंने ब्लॉक अधिकारी सहित उपायुक्त सिरमौर तक की तथा जांच की मांग की।
इसके बाद विभाग ने पांच सदस्यीय एक टीम कोटापाब जांच के लिए भेजी है। गौर हो कि अधिकारियों के संज्ञान मे पिछले 6 महीनों से यह मामला था लेकिन विभाग उक्त प्रधान पर कोई कार्यवाही अमल मे नही ला पाया। जबकि इससे पहले हुई एक जांच मे पंचायत प्रधान पर पंचायत लेनदेन के मामले मे लगभग 7 लाख से भी ज्यादा की धांधली साबित हुई है।
मिडिया द्वारा प्रमुखता से इस मसले को उठाने के बाद अब विभाग ने आनन फानन मे जाचं बिठा दी है तथा जांच मे उक्त प्रधान पर गंभीर आरोप लगने की संभावना है। अब देखना यह है कि विभाग कितनी जल्दी हवाई योजनाओं को जमीन देता है।
उधर इस संबंध मे शिलाई विकासखण्ड अधिकारी राजकुमार ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि विकास खण्ड व पीओ डीआरडीए की संयुक्त टीम कोटापाब जांच के लिए रवाना हो गई है। जिसमें शिलाई विकासखण्ड की ओर से पंचायत उप निरिक्षक जगदीश चन्द, कनिष्ट अभियन्ता सुरजीत सिहं, खण्ड सहायक अभियन्ता संजीव अग्रवाल, जबकि डीआरडीए से ओडिटर दयाराम, व विक्रम सिहं पंचायत रिकार्ड की जांच के साथ-साथ मौके पर विकास कार्यो का भी जायजा लेगें तथा सभी धांधलियों की बारीकी से जांच करेंगे।