शिमला (एमबीएम न्यूज) : सीडी प्रकरण में हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का अधिकारिक बयान देर शाम जारी हुआ है। इस बयान में सीएम ने सीडी प्रकरण में उन पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आरोप लगाए जाने पर आहत होने की बात कही है। सीएम ने कहा कि बेहतर होता कि स्वास्थ्य व राजस्व मंत्री संयम में रहकर मर्यादित ढंग से अपने पर लगे आरोपों का जवाब देते।
गौरतलब है कि सीडी प्रकरण में फंसे ठाकुर कौल सिंह ने सोमवार सुबह पत्रकारवार्ता में मुख्यमंत्री को भी अपरोक्ष तरीके से घसीटने की कोशिश की थी। हालांकि सीधे तौर पर मंत्री ने कुछ नहीं कहा था, लेकिन जिस तरीके से आवासीय आयुक्त एपी सिंह पर आरोप लगे, उससे यही जताने की कोशिश हुई थी कि कहीं न कहीं इस प्रकरण में उनकी अपनी ही सरकार की साजिश हो सकती है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि इस प्रकरण में उन्हें बेवजह खींचने या किसी सरकारी अफसर पर टिप्पणी करने से बेहतर होता मंत्री सीडी की सत्यता और प्रमाणिकता पर बात करते। उन्होंने कहा कि वह किसी भी मंत्री या राजनेता को अपने रास्ते का रोड़ा नहीं मानते तथा उन्होंने 50-52 साल की लम्बी राजनीतिक पारी के दौरान सभी को साथ लेकर चलने और प्रदेश को विकास व कल्याण के क्षेत्र में बुलंदियों तक पहुंचाने का प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि मंत्री द्वारा की गई टिप्पणियां अवांछित हैं, जिससे उन्हें दुःख पहुंचा है और कुछ शरारती तत्वों के बहकावे में आकर ऐसी टिप्पणियां करना संभावित लग रहा है। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति विशेष द्वारा यह कहना कि वह कांग्रेस पार्टी को छोड़ रहे थे, इसलिए मुख्यमंत्री बनाए गये थे, कोरी कल्पना व किसी शिगुफे से अधिक नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार लोकप्रिय व पूरी तरह स्थिर सरकार है, जो अपना कार्यकाल पूरा कर प्रदेश का विकास व प्रदेशवासियों का कल्याण सुनिश्चित बनाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपने मंत्रीमंडल के तमाम सहयोगियों का सम्मान करते हैं और उनके अधिकांश कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाते हैं। वह आशा करते हैं कि मंत्रीमंडल के सभी सहयोगी भी उसी तन्मयता से मुख्यमंत्री को सम्मान दें और मुख्यमंत्री पद की गरिमा बनाए रखें।
उन्होंने कहा कि यह तो स्पष्ट है कि टेलीफोन तो भाजपा शासन काल में टेप हुआ करते थे। वर्तमान कांग्रेस शासन के दौरान किसी भी व्यक्ति का टेलीफोन अनाधिकृत तौर पर टेप नहीं हुआ है और न ही कभी होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में टेप हुए फोन या सीडी प्रकरण की जांच पुलिस व सीआईडी द्वारा करवाने के बाद मामला पहले ही अदालत में दाखिल हो चुका है, जो अदालत के विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि इस विषय में वह ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहते।
सीएम-स्वास्थ्य मंत्री के बीच खटास पर लगी मुहर
सुबह साढे़ 9 बजे ठाकुर कौल सिंह पत्रकारों से रू-ब-रू हुए। अपनी ही सरकार की भूमिका पर सवाल उठा दिए गए। यहां तक की अधिकारी को भी लपेट लिया गया। सीएम पर भी अपरोक्ष हमला बोला गया। अब शाम को सीएम ने तमाम बातों का जवाब बाकायदा प्रैस विज्ञप्ति में दे दिया। भाजपा खुलकर इस मामले मे टिप्पणी नहीं कर रही है। अंदरखाते क्या राजनीति चल रही है, यह तो वक्त ही बताएगी। इतना जरूर है कि सीडी प्रकरण में सीएम वीरभद्र सिंह व स्वास्थ्य मंत्री के बीच सार्वजनिक तौर पर खटास होने का खुलासा कर दिया है।