नाहन (एमबीएम न्यूज़) : विधानसभा चुनाव के मतदान के तकरीबन 2 सप्ताह बाद एक अहम राजनीतिक घटनाक्रम फिर सामने आया है। भाजपा ने पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा को पार्टी की साधारण सदस्यता से निष्कासित करने का फैसला किया है। भाजपा मंडल के अध्यक्ष दीनदयाल वर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि पूर्व मंत्री शर्मा शर्मा ने चुनाव व इससे पूर्व पार्टी के खिलाफ कार्य किया है। लिहाजा भाजपा विरोधी गतिविधियों के दृष्टिगत पूर्व मंत्री को निष्कासित किया जाता है।
उधर पार्टी के अन्य नेता विनोज शर्मा के बारे में भाजपा ने साफ किया है कि प्रदेश अध्यक्ष द्वारा उन्हें साधारण सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था जिसके चलते स्वयं ही वह प्रदेश कार्यसमिति की सदस्यता से बाहर हो गए थे। भाजपा मंडल अध्यक्ष ने कहा कि विनोज शर्मा ने भाजपा विरोधी गतिविधियों को लगातार जारी रखा। लिहाजा अब निलंबन के बाद तत्काल प्रभाव से उन्हें भी पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
गौरतलब है कि पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा 40 साल से स्थानीय राजनीति में सक्रिय हैं। चार दशक के इतिहास में पहला मौका था, जब पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा।
विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश निर्माता डॉ. वाईएस परमार के पौत्र चेतन परमार व दिवंगत विधायक सदानंद चौहान के बेटे का भाजपा में शामिल होना, अहम राजनीतिक घटनाक्रम रहे थे। लेकिन मतदान के बाद यह पहला बड़ा घटनाक्रम है।
1948 में सरोगा गांव में जन्मी पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा ने पहला चुनाव 1977 में लड़ा था। 28 जून 1977 से 18 मई 1979 तक पंचायत खाद्य आपूर्ति व विधि राज्य मंत्री रही थी।