चंबा (एमबीएम न्यूज): चंद महीने पहले एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने खबर प्रकाशित की थी, विधवा मां ने अपनी बेटी को बेहतरीन धावक बनाने के मकसद से अपनी जमा पूंजी खर्च कर दी थी। गुरबत का सामना कर रहे परिवार ने बेटी की शादी के लिए जमा किया था। झुलाड़ा के रेटा गांव की रहने वाली केसरी देवी का समर्पण व बेटी के प्रति मोह अब रंग ला रहा है।
गांव में जब विधवा मां को पता चला कि बेटी ने अंडर-18 में तीन हजार मीटर की दौड़ 9 मिनट 50 सैकेंड में पूरी कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित किया है तो मां की आंखों में आंसू छलकना लाजमी था। धर्मशाला साईं हॉस्टल में पहुंचने पर सीमा का गर्मजोशी से स्वागत हुआ तो सीमा के जोश में भी कई गुणा इजाफा हो गया था। अब सीमा के सामने 2018 में होने वाली जूनियर एशियन व यूथ ओलम्पिक की तैयारी है। मई 2017 में बैंकाक में आयोजित हुई एशियन यूथ चैंपियनशिप में सीमा ने देश को कांस्य पदक दिलवाया था। अंडर-16 में भी सीमा ने 2000 मीटर की दौड़ 6 मिनट 27 सैकेंड 15 माइक्रो सैकेंड में पूरा कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया था।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक गायत्री परिवार ट्रस्ट कांगड़ा 3 दिसंबर को सीमा व उसके कोच को सम्मानित करने जा रहा है। होनहार बेटी सीमा की मां केसरी देवी का कहना है कि उनकी नहीं, बल्कि देश की बेटी है। भले ही उन्होंने सीमा को जन्म दिया है, लेकिन अब पूरा देश बेटी को पलकों पर बिठा रहा है। उन्होंने बताया कि इसी साल बेटी को एशियन यूथ चैंपियनशिप के लिए बैंकाक जाना तो एफडी तुड़वाकर सीमा को बैंकाक भेजा था। बहरहाल छोटी सी उम्र में हिमाचली बेटी सीमित संसाधनों में देश भर में अपनी प्रतिभा का जलवा बिखेर रही है।
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विधवा मां न तुडवाती 10 हजार की एफडी तो 17 साल की बेटी न ला पाती कांस्य पदक।https://goo.gl/MeBkoH