शिमला (शैलेंद्र कालरा) : विधानसभा चुनाव में हैकिंग का दावा करने वाले शातिर युवक सचिन राठौर (24) पर देशद्रोह का मुकदमा चलेगा। आईपीसी की धारा-124(ए) के तहत पुलिस ने मामला दर्ज किया था। दरअसल युवक ने लोकतांत्रिक व्यवस्था को बाधित करने का प्रयास किया था, लिहाजा देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस के लिए युवक की गिरफ्तारी भी आसान नहीं थी, क्योंकि नानदेड से तकरीबन 300 किलोमीटर दूर तेलंगाना राज्य की सीमा से उसे उठाना था।

हालांकि पुलिस ने रिमांड के दौरान पूछताछ शुरू नहीं की है, लेकिन पता चला है कि महाराष्ट्र के पुणे में भी स्थानीय निकायों के चुनाव में आरोपी सचिन राठौर ने इसी तरह का प्रयास किया था। एएसआई रघुवीर सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम को गिरफ्तारी के लिए लगभग 2500 किलोमीटर दूर हवाई मार्ग से भेजा गया। वापसी में 36 घंटे का सफर तय कर टीम वापस पहुंची।
सूत्रों का यह भी कहना है कि चुनाव आयोग के भी इस मसले पर हाथ-पांव फूले हुए थे। आयोग ने ही पुलिस को बताया था कि कोई शातिर ईवीएम को हैक करने की पेशकश कर रहा है। पुणे के नामचीन कॉलेज में पढ़ाई करने वाला शख्स राठौर वास्तव में ईवीएम को हैक कर सकता है या नहीं, यह बात पुलिस रिमांड में ही पूछताछ के दौरान सामने आ सकती है। शातिर विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को एसएमएस के माध्यम से स्पैशल प्रोग्रामिंग के माध्यम से ईवीएम में गड़बड़ी करने की बात कह रहा था।
सनद रहे कि एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने ही सबसे पहले ईवीएम की हैकिंग की पेशकश करने वाले युवक सचिन राठौर की गिरफ्तारी का फैसला सोमवार शाम किया था।
नानदेड पुलिस के एसपी व शिमला के एसपी के बीच वार्तालाप भी हुई। अंतिम समाचार के मुताबिक ईवीएम की हैकिंग करने का दावा करने वाले सचिन राठौर को देर शाम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
उधर एसपी सौम्या सांबशिवन ने कहा कि देशद्रोह के तहत आरोपी के खिलाफ चालान दाखिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरोपी से सघन पूछताछ की जाएगी।
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