सुंदरनगर (एमबीएम न्यूज) : भाजपा-कांग्रेस के दिग्गज नेता नेशनल हाईवे का जाल बिछाने के बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्रीय मंत्रियों की सेना ने चुनाव प्रचार के दौरान इस बता को खूब भुनाया कि केंद्र ने नेशनल हाईवे स्वीकार किए हैं, लेकिन प्रदेश सरकार डीपीआर नहीं बना रही है।
आप यह जानकर चौंक उठेंगे कि सुंदरनगर उपमंडल की निहरी तहसील में करीब आधा दर्जन ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहां पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टियों को 3-4-5 घंटों का सफर पैदल ही तय करना पड़ा। इनमें मजागन, बखाड़ा के अलावा कथाची प्रमुख हैं। एमबीएम न्यूज नेटवर्क को मिली जानकारी के अनुसार खथाची मतदान केंद्र को प्राथमिक पाठशाला में बनाया गया है। आसपास दूर-दूर तक कोई आबादी नहीं है।
मतदान करवाने पहुंचे कर्मचारियों को सोने के लिए फटी दरी व टूटे-फूटे कमरे मिले हैं। नहाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। यहां तक शौच जाने के लिए लंबी व गहरी ढांके हैं। आग जलाने के लिए खुद डयूटी पर पहुंचे कर्मचारियों को जंगल से लकड़ी इकट्ठी करनी पड़ रही है। नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कुछ कर्मचारियों ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क को भेजे संदेश में कहा कि जंगली जानवरों की आवाजें दिन में ही सुनाई दे रही हैं।
जानकारी यह भी है कि मतदान करने के लिए मतदाताओं को भी घंटों का सफर खड़ी चढ़ाई में तय करना पड़ सकता है। बहरहाल सवाल यह उठता है कि प्रदेश की राजनीति में बड़ा किरदार निभाने वाले मंडी जिला के इस इलाके में क्या कभी सडक़ें बन पाएंगी।