ऊना ( एमबीएम न्यूज़ ) : किन परिस्थितियों में कब वक्त बदल जाएगा। इसका अंदाजा कोई भी नहीं लगा सकता। 20 वर्ष पहले नरेंद्र मोदी जिस सड़क पर ऊना में पैदल चले थे। उसी सड़क पर नरेंद्र मोदी फिर से गुजरेंगे। इस बार फर्क सिर्फ इतना होगा कि उस समय नरेंद्र मोदी संगठन के काम से बचत भवन ऊना के सामने पैदल चले थे और अब इसी सड़क पर आज की सुबह प्रधानमंत्री के रूप में कड़ी सुरक्षा के बीच काफिले के साथ निकलेंगे।
1997 में सर्दियों के दिनों में ही नरेंद्र मोदी पार्टी की प्रदेश बैठक के लिए ऊना पहुंचे थे और बचत भवन से विश्राम गृह तक पैदल आए थे।
इसी बैठक में हिमाचल विधानसभा के चुनावों की रणनीति बनी थी और जिसके बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार सत्ता में आई थी। नरेंद्र मोदी द्वारा 20 वर्ष के अंतराल के बाद उसी सड़क से निकलना एक संयोग है, लेकिन उनके दौरे को लेकर हुई तैयारियों में जब पुराना बस स्टैंड से लेकर एमसी पार्क तक के पुराने दुकानदारों व कार्यकर्ताओं को पता चला कि पीएम इसी सड़क से आएंगे और वापिस जाएंगे भी, तो पुरानी यादें ताजा होने लगी। नरेंद्र मोदी के साथ उस समय पार्टी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार व प्रेम कुमार धूमल भी मौजूद रहे।
कमरा नंबर 18 से जुड़ी है यादें
विश्राम गृह ऊना में 2 दिन तक नरेंद्र मोदी कमरा नंबर 18 में रूके थे। बैठक से पहले और बाद में इसी कमरे में प्रदेश की रणनीति बनाई जाती थी और मोदी यही से नेताओं व पदाधिकारियों को निर्देश देकर रोड़ मेप तैयार करवाते थे।