शिमला (एमबीएम न्यूज़) : कोटखाई में 16 वर्षीय छात्रा की रेप के बाद निर्मम हत्या के मामले में लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। घटना के विरोध में कोटखाई के गुम्मा बाजार के कारोबारियों ने आज अपनी दुकानें बंद रखीं और आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन किया। गुम्मा के वासियों ने इस मामले की सीबीआई जांच करने और आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की। गुम्मा के वासियों ने आरोपियों को न पकड़ने की सूरत में चक्का जाम करने की भी चेतावनी दे डाली है।
दूसरी तरफ घटना के विरोध में राजधानी मुख्यालय में भी धरने-प्रदर्शनों का दौर चलता रहा। एबीवीपी के बाद एसएफआई शिमला शहरी और विवि ईकाई ने ने आज उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति रोकने के लिए एसएफआई ने राज्य की सभी शैक्षणिक संस्थानों में विशेष समितियां गठित करने का सुझाव प्रशासन को दिया। दूसरी तरफ छात्र संगठन एनएसयूआई ने बाद दोपहर सीटीओ चौक पर कैंडल मार्च निकाला और सरकार व प्रशासन से आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। हत्याकांड के विरोध में शिमला के रिज मैदान पर संजौली के एक गैर सरकारी संगठन ने भी कैंडल मार्च निकाला।
इस बीच शव बरामदगी के तीन दिन बीतने पर भी पुलिस आरोपियों को नहीं पकड़ पाई है। पुलिस ने आरोपियों की धड़पक्कड के लिए अलग-अलग टीमें बनाई हैं और वे विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से पडताल कर रही हैं। मामले की संवेदनशीलता और लोगों में पनप रहे गुस्से के चलते मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बारे पुलिस खुलासा करने से बच रही है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गैंगरेप के बाद छात्रा की बड़े ही बर्बरता से हत्या की गई है।
इधर इस मामले ने सियासी तूल भी पकड़ लिया है और विपक्षी पार्टी भाजपा ने इस मामले की तुलना निर्भया हत्याकांड से कर दी है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार में प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गई है और प्रदेश में अराजकता बढ़ रही है।