राजेश कुमार / पावंटा साहिबः-प्राचीन ऐतिहासिक देईजी साहिब मामले में 13 अप्रैल 2012 को सुनवाई होगी। इस सुनवाई को लेकर सिरमौर विचार मंच की ओर जहां निगाहें टिकी हुई है वहीं दूसरी और स्थानीय लोगो के साथ धार्मिक प्रवृतियों वाले लोग भी फैसले का इन्तजार कर रहे है। गौरतलब है कि देईजी साहिब मन्दिर की स्थानीय दशा को लेकर मंच की सदस्यों की ओर से एक जनहित याचिका मानने उच्चन्यायालय में दायर की गई थी। इसके बाद दिल्ली से एक टीम मन्दिर को उसकी पुरानी शक्ल देने को लेकर सर्वे पर आयी। अभी तक के फैसलें में किसी भी प्रकार के कार्याे को मन्दिर की भूमि पर ना होने देने के कडे़ निर्देश दिये गये थे। लेकिन पावंटा प्रशासन इस पर गम्भीर नहीं दिखा। कई निमार्ण कार्य इस दौरान इस क्षेत्र में होते रहे एक स्कूल के निर्माण का कार्य बीच बीच में चलता रहा इसकी शिकायत मंच द्वारा प्रशासन से की गई। हाल ही के दिनों में नगर परिषद की ओर से भी परिषद के कुछ कर्मचारियों को अवैध निर्माण आदि होने पर नजर रखने के आदेश दिये गये। फिलहाल मंच के सदस्य इस मामले से सम्बन्धित आवश्यक दस्तावेज जुटाकर शिमला रवाना हो चुके है। वहीं दूसरी और जिन लोगों को अवैध कब्जा करने के नोटिस जारी किए गये है वे भी उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने की तैयारी में लगे हैं। सिरमौर विचार मंच द्वारा देईजी साहिब मन्दिर को लेकर दायर की गई जनहित याचिका को लेकर कुछ स्वार्थी तत्व भ्रामक प्रचार करने से भी परहेज नहीं कर रहे है। मंच के सदस्यों का कहना है कि इस मामले को लेकर सियासी रोटियॉं भी सेकनी शुरू कर दी जा चुकी है। कुछ स्वार्थी लोग व राजनैतिक पहुॅंच रखने वाले आम जनता को भ्रमित कर रहे है सिरमोर विचार मंच का कहना है कि ये जनहित याचिका आम लोगों के खिलाफ नहीं बनती सरकार व प्रशासन के खिलाफ दायर की गई है। किसी भी व्यक्ति को हानि पहंुचाना मंच का मकसद नहीं रहा है। मंच के अध्यक्ष प्रो0 संन्तोष कुमार ने कहा कि माननीय उच्चन्यायालय के दरवाजे हर एक इन्सान के लिए खुले है। यदि उन्हें लग रहा है कि सरकार या किसी संस्था ने उनके साथ इस बारे में कोई भी झूठा सौदा किया है तो वे अवश्य इसके खिलाफ आवाज उठायें व अपना पक्ष भी रखते है। इस मामले को लेकर फिलहाल सियासी रोटियां भी सेंकी जा रही है लगभग 25 वर्षाे से सिरमौर के हित के लिए लड रहे सिरमौर विचार मंच के खिलाफ लोगों को कुछ स्वार्थी तत्वों द्वारा उकसाया भी जा रहा है। लेकिन 13 अप्रैल को क्या फैंसला होगा फिलहाल सभी की निगाहें इस पर टिकी है।
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