राजधानी में पिछले 20 घण्टों से तेज आंधी के साथ जारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। कई जगह मकानों और वाहनों पर पेड़ उखड़ कर गिर गये। बिजली के खंभों से लगे तार टूट गए। भूस्खलन से एनएच- समेत शहर की कई सड़कें अवरुद्ध हैं। दर्जनों जगहों पर सड़क पर पेड़ गिरने से आवागमन बाधित हो गया।
भूस्खलन से राजधानी में भारी नुकसान हुआ है। आरटीओ आफिस के समीप एक परिवार के पांच लोग भूस्खलन की चपेट में आ गए। एनडीआरएफ व पुलिस ने तीन घायलों को मलबे से निकाल लिया है और इन्हें अस्पताल पहुंचाया। इनकी हालत गम्भीर बताई गई है। उपनगर संजोली में सिमिट्री के पास भूस्खलन से एक मकान की रिटेलिंग वाल गिर गई। बड़े ल्हासे मकान के एक कमरे में घुस गए तथा कमरे में सो रहे सात मजदूर इसकी जद में आ गए। राहत दलों में सातों को आईजीएमसी पहुंचाया। जहां एक मजदूर ने दम तोड़ दिया। मृतक की शिनाख्त बिहार निवासी शाह आलम के रूप में हुई है। उधर ठियोग- हाटकोटी सड़क पर कैंची नामक स्थान पर चलता ट्रक भूस्खलन की जद में आ गया। पंजाब नम्बर का यह ट्रक सेब ढोने के लिए सावड़ा यूनियन आया था। इस घटना में ट्रक सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई और दूसरा गम्भीर रूप से जख्मी है।
भूस्खलन से कनलोग बाईपास पर एनएच-5 अवरुद्ध हो गया है। इसी तरह संजोली -आईजीएमसी मार्ग, चलोंथी-ढली मॉर्फ और चुरट मार्ग और बालजीज रिजेंसी मार्ग भी बन्द है। वर्षा के बीच वन, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, विद्युत और एनएचएआई की टीमें फील्ड में उतरकर स्थिति को सामान्य करने में लगी हैं। उधर मौसम विभाग ने आज दिन भर राजधानी सहित प्रदेश के अनेक इलाकों में भारी वर्षा की चेतावनी को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है।