एमबीएम न्यूज/नाहन
सोलन-राजगढ़ मार्ग पर मरयोग के नजदीक कार के खाई में लुढक जाने से दो युवकों का अनमोल जीवन समाप्त हो गया। एमबीएम न्यूज नेटवर्क को घटनास्थल का एक वीडियो मिला है, जो इस बात की तस्दीक कर रहा है कि अगर इस जगह पर क्रैश बैरियर होता तो दो युवकों का अनमोल जीवन न जाता। समूचे राजगढ़ क्षेत्र में युवकों के आकस्मिक निधन पर शोक की लहर है।
बंजार हादसे में ट्रांसपोर्ट मंत्री का बयान आया था कि मौके पर क्रैश बैरियर थे, लेकिन हकीकत में वहां क्रैश बैरियर नहीं थे। मरयोग में भी जिस जगह से कार गहरी खाई में लुढ़की, वहां एक छोटे से मंदिर के साथ लाल रंग का झंडा संभवतः इस बात का इशारा कर रहा था कि यहां पहले भी हादसा हो चुका है। अब फिर इस जगह पर एक मंदिर बन जाएगा, जो इस हादसे की याद दिलाता रहेगा। उल्लेखनीय है कि दुर्घटनास्थल पर एक मंदिर बनाया जाता है, ताकि दिवंगत आत्माओं को शांति मिल सके।
सवाल इस बात पर उठता है कि क्या सरकार ने कोई ऐसा मास्टर प्लान बना लिया है, जिससे न केवल ब्लैक स्पॉट बल्कि सड़कें ही क्रैश बैरियर से सुरक्षित कर ली जाएं। अगर गौर किया जाए तो हर रोज सड़क हादसों में अनमोल जीवन जा रहे हैं। सरकार उच्च स्तरीय बैठकें तो कर रही है, लेकिन अब तक मुख्यमंत्री का ऐसा कोई बयान नहीं आया है, जिसमें कहा गया हो कि हेलीटैक्सी या पूंजी निवेश की बातें छोड़कर पहले प्रदेश की सड़कें सुरक्षित करने के लिए क्रैश बैरियर लगेंगे। बेहतर होगा कि मुख्यमंत्री तुरंत ही केंद्र सरकार को क्रैश बैरियर स्थापित करने के लिए एक प्रस्ताव भेजे।
https://youtu.be/ANUpvXqyJBA
उल्लेखनीय है कि फोरलेन के कार्य भी सिरदर्दी बने हुए हैं। सपने फोरलेन के देखें जा रहे हैं, लेकिन अनमोल जीवन समाप्त हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि दोनों युवक राजगढ़ से ही सुबह ओच्छघाट की तरफ निकले थे। राजगढ़ नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष दिनेश आर्य ने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा कि वो उनकी वर्कशॉप में स्टेपनी लेने आए थे। कुल मिलाकर दोनों युवकों की केवल यादें ही शेष रह गई हैं।