हमीरपुर : उपमंडल नादौन के जलाड़ी के पास एक प्रवासी मजदूर ने रोजी-रोटी की व्यवस्था न होने के कारण फंदा लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। गले में फंदा लगाने के चलते वह बेहोश हो गया, बेहोशी की हालत में उसे उसकी पत्नी ने बड़ी मुश्किल से फंदे से छुड़ाया और उसे उपचार के लिए एंबुलेंस 108 में नादौन अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसका उपचार शुरू कर दिया और इसकी सूचना पुलिस को दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़ित सतीश कुमार (22) पुत्र ढाल राम निवासी बड़हरिया शासन यूपी का रहने वाला है। वह अपनी पत्नी फूल कुमारी के साथ जलाडी में किराए के मकान पर रह रहा था। यह परिवार यहां मजदूरी करता है। उनके पास एक 7 महीने का बेटा भी है। सतीश की पत्नी ने बयान दिया है कि वह लॉकडाउन के चलते रोजी रोटी को मोहताज हो गए थे। घर में खाना पकाने के लिए राशन भी नहीं था। काम भी नहीं मिल पा रहा है। जिस वजह से वह दुखी होकर यह कदम उठाने पर विवश हुआ।
परिवार की दयनीय हालत को देखते हुए पुलिस कर्मियों ने मानवता के नाते इस परिवार को 1 हज़ार की आर्थिक सहायता अस्पताल में दी। अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर दामन ठाकुर ने बताया कि सतीश कुमार जब अस्पताल पहुंचाया गया तो उसकी हालत गंभीर थी। परंतु उपचार के बाद उसकी हालत अब स्थिर है। उपचार के बाद वह होश में आया है। अभी अस्पताल में उपचाराधीन है। जांच अधिकारी एसआई चुन्नीलाल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि खबर मिलते ही पुलिस ने पहुंचकर पीड़ित के बयान दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।