शिमला : रिश्वत के आरोपों से घिरे सहायक दवा नियंत्रक निशांत सरीन को विजिलेंस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। प्रदेश हाईकोर्ट ने उनके द्वारा दायर अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है। इसके तुरंत बाद विजिलेंस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार से बचने के लिए आरोपी पिछले कई दिनों से अंडर ग्राउंड था। बीते दिनों अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने सरीन के निलंबन के आदेश जारी किए थे।
निशांत सरीन पर दवा निर्माता कंपनियों से फ्लाइट की टिकटें और महंगे होटलों का किराया बतौर घूस भरवाने का आरोप है। निशांत सरीन के खिलाफ पुख्ता सबूत एकत्रित करने के पश्चात स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम द्वारा गत 21 अगस्त को मामला दर्ज किया गया था।राज्य सरकार ने दो महीने पहले ही उन्हें बद्दी में तैनात किया था, इससे पहले वह मंडी में सहायक दवा नियंत्रक के पद पर नियुक्त थे। राज्य सरकार को उनके खिलाफ काफी शिकायतें मिली थीं।
इसके चलते सरकार ने विजिलेंस को इस मामले की जांच के आदेश दिए थे। दो सप्ताह पूर्व विजिलेंस ने निशांत सरीन के हिमाचल सहित बाहरी राज्यों के सात ठिकानों पर छापेमारी की थी। निशांत सरीन पर दवा निर्माता कंपनियों से फ्लाइट की टिकटें और महंगे होटलों का किराया बतौर घूस भरवाने का आरोप है