अमरप्रीत सिंह/सोलन
पिछले कुछ ही सालों में करीब 10 तबादलों के बाद अब नगर परिषद सोलन को स्थाई कार्यकारी अधिकारी मिलने की उम्मीद जगी है। लगातार हो रहे तबादलों से न केवल विकास कार्यों पर विपरित असर पड़ रहा था, वहीं क्षेत्रवासियों को भी समस्या का सामना करना पड़ता था। बताया जा रहा है कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तब से सोलन नगर परिषद में करीब 9-10 कार्यकारी अधिकारियों के तबादले हो चुके हैं। नागपरिषद में स्थाई कार्यकारी अधिकारी का न होना सोलन शहर के विकास में बड़ी रूकावट माना जा रहा है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोलन नगर परिषद को स्थाई कार्यकारी अधिकारी मिलने की उम्मीद है। जिससे उम्मीद लगाई जा रही है की अब सोलन में दोबारा से विकास की गंगा बहेगी। गौरतलब है कि तहसीलदार सोलन गुरमीत नेगी के पास कार्यकारी अधिकारी का अतिरिक्त दायित्व है। लोकसभा चुनावों के बाद अब प्रदेश में पंचायत एवं नगर निकायों के चुनाव की सरगर्मिया बढऩे लगी हैं। इसी के मध्यनजर रखते हुए सरकार सोलन में बहुत जल्द स्थाई कार्यकारी अधिकारी की न्युक्ति कर सकती है।
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