एमबीएम न्यूज/श्री रेणुका जी
निजी स्कूल बस हादसे के बाद एक प्राईवेट विद्यालय की मान्यता रद्द हो गई। इसके बाद अभिभावकों को यह चिंता सताने लगी कि बच्चों को कहां दाखिला दिलवाया जाए। ऐसे में एक चांस लिया गया। ददाहू वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के प्रधानाचार्य सुनील शर्मा से कुछ अभिभावकों ने मुलाकात की। नौंवी व दसवीं कक्षा में अंग्रेजी माध्यम शुरू करने का आग्रह किया गया। प्रिंसिपल ने भी तपाक से पूरी व्यवस्था करने का न केवल आश्वासन दिया, बल्कि इसे चंद रोज में क्रियान्वित भी कर दिया।
वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के कैंपस में लड़कों की नौंवी व दसवीं की कक्षाओं का अलग सेक्शन बना दिया गया है। 25 छात्रों ने दाखिले लिए हैं। इसी तरह हाई स्कूल में लड़कियों की अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं शुरू हो गई हैं। नौंवी दसवीं कक्षा में डैस्क की व्यवस्था के अलावा सीसी कैमरों का इंतजाम भी कर लिया गया है। वरिष्ठ माध्यमिक व हाई स्कूल के परिसर में छात्रों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। आर्टस संकाय की जमा एक कक्षा में 175-200 दाखिले हो चुके हैं। इसके बढ़ने की भी उम्मीद है। विज्ञान संकाय में अगर रिक्त पदों पर नियुक्तियां कर दी जाएं तो लाजमी तौर पर इसमें भी छात्रों की संख्या बढे़गी।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में श्री रेणुका जी के डीएफओ ने अपने बेटे को सरकारी स्कूल में दाखिला दिलवाकर एक नई शुरूआत की थी। ददाहू वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के प्रधानाचार्य सुनील शर्मा का कहना है कि निजी स्कूलों से काफी संख्या में छात्रों ने दाखिला लिया है। उनका कहना था कि लड़कों व लड़कियों के वर्ग में लगभग 40 छात्र दाखिल हुए हैं, जो पहले निजी स्कूलों में पढ़ रहे थे। 1956-57 में बने इस स्कूल के क्लासरूम छोटे हैं। अगर इस तरफ भी सुधार कर लिया जाए तो लाजमी तौर पर स्कूल पूरे प्रदेश में एक आदर्श विद्यालय बन सकता है।