एमबीएम न्यूज/शिमला/नाहन
सूबे के ट्रांसपोर्ट विभाग को रिश्वतखोरी के दो मामलों ने हिलाकर रख दिया। महज 48 घंटे के भीतर कालाअंब में एआरटीओ 4500 रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार हो गया तो ऊना में हर कोई उस वक्त सन्न रह गया, जब आरटीओ ने विजीलेंस के इंस्पेक्टर को 10 लाख रुपए की रिश्वत देने की पेशकश कर दी।
सूत्रों के मुताबिक ट्रांसपोर्ट विभाग ने अब इससे सबक लिया है। 2 अप्रैल से परिवहन विभाग के कार्यालयों में किसी भी तरह के शुल्क के नकद भुगतान पर रोक लगा दी गई है। सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को ट्रांसपोर्ट विभाग के निदेशक कैप्टन जेएम पठानिया की मौजूदगी में प्रदेश भर के क्षेत्रीय व सहायक परिवहन अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें कार्यालयों में नकद शुल्क पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया। सूत्रों के मुताबिक विभाग इसे तत्काल प्रभाव से लागू करना चाहता था, लेकिन एटीएम डेबिट व क्रेडिट कार्ड के अलावा ऑनलाइन भुगतान की पूरी तैयारी नहीं थी, लिहाजा इसे 2 अप्रैल के बाद से लागू करने का फैसला लिया गया।
विभाग ने इस बात का प्रचार करने का भी फैसला लिया है कि इस बारे जागरूकता की जाए, ताकि वाहन मालिक व अन्य राज्यों से आने वाले वाहन के स्वामी किसी भी तरह की नकदी लेकर परिवहन कार्यालय में न आएं। जानकारी के मुताबिक परिवहन कार्यालय में अलग-अलग तरह के वाहनों से जुड़े शुल्क वसूले जाते हैं। उधर सिरमौर के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सुनील शर्मा ने प्रेस ब्यान के माध्यम से कहा कि 2 अप्रैल के पश्चात् किसी भी तरह का नकद शुल्क वसूल नहीं किया जाएगा। हरेक तरह की फीस केवल एटीएम, डेबिट व क्रेडिट कार्ड के अलावा ऑनलाइन दी जा सकेगी।