दिनेश कुंडलस/शिमला
हमीरपुर से तीन दफा भाजपा सांसद रह चुके सुरेश चंदेल की कांग्रेस में एंट्री नहीं हो पा रही है। हालांकि सुरेश चंदेल कांग्रेस में आने को व्याकुल है। बिलासपुर के एक कांग्रेसी नेता के बाद नादौन के विधायक व पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी सुरेश चंदेल की कांग्रेस में एंट्री के ख़िलाफ़ हैं। सोमवार को सुरेश चंदेल की कांग्रेस में शामिल होने की प्रबल संभावनाएं थी। मगर यह संभव नहीं हो पाया।
हमीरपुर में टिकट को लेकर अभी पेंच फंसा हुआ है। कांग्रेस के कुछ नेता इस पर विरोध जता रहे हैं। सहमति न बन पाने के कारण कांग्रेस अभी चंदेल पर दांव खेलने की प्रक्रिया को आगे खिसका रही है। इसके चलते अभी सबकी नजरें कांग्रेस आला कमान पर टिकी हैं। उन्हें इसलिए दिल्ली बुलाया गया था। सोमवार को पंडित सुखराम की एंट्री तो कांग्रेस में हो गई लेकिन सुरेश चंदेल का मामला लटक गया। ऐन मौके पर मामला आगे खिसक गया।
कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस फैसले को लेकर ऐतराज जताते हुए कहा है कि जिस व्यक्ति को पूरी दुनिया ने लोकसभा में प्रश्न पूछने के लिए 30 हज़ार रूपये रिश्वत लेते हुए टीवी चैनलों पर देखा है आला कमान उसे कांग्रेस में कैसे शामिल कर सकता है। बताया जा रहा है कि चंदेल की अमित शाह से भी मुलाकात हुई है। मान -मनोव्वल के बावजूद भी चंदेल टस से मस नहीं हुए। उन्हें पार्टी में एडजस्ट करने के साथ-साथ सरकार में उचित पद देने के लिए भी आश्वस्त किया गया। लेकिन चंदेल नहीं माने। सूत्रों की मानें तो चंदेल पूरी से कांग्रेस में आने का मन बना चुके हैं।