एमबीएम न्यूज/राजगढ़
उपमंडल के धामला में युवा पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कौशिक की टीम अपनी काबलियत से प्रशंसा बटोर रही है। ताजा मामले में एक दुर्लभ सर्जरी से गाय को नवजीवन दिया है। दरअसल प्रसूति के बाद टपरोली गांव के रजौत सिंह की गाय की बच्चादानी बार-बार बाहर आ रही थी। गरीब परिवार की चिंता इस कारण भी थी, क्योंकि गाय के दूध से कुछ आमदनी हासिल हो जाती है। गाय की हालत को लेकर धामला में तैनात पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कौशिक को सूचना दी गई। गाय की सर्जरी करते चिकित्सक
मौके पर पशु औषधीय संयोजक अरुण शर्मा के साथ पहुंचने में देरी नहीं लगाई। बेहद सूझबूझ से टीम ने गाय की बच्चादानी को वास्तविक स्थान पर स्थापित कर दिया। खास तरह की एक नीडल का इस्तेमाल उपकरण के तौर पर किया गया। महज एक घंटे में ही की गई सर्जरी की बदौलत धीरे-धीरे गाय की हालत में सुधार आ रहा है। डॉ. मनोज कौशिक का कहना है कि शल्य चिकित्सा के बाद गाय की स्थिति सामान्य है।
गौरतलब है कि हाल ही में पशु औषधालय धामला की टीम ने एक घोड़े की भी सफल सर्जरी की थी। इससे पहले फरवरी माह के दूसरे सप्ताह में भगौत गांव के रमेश भगनाल की गाय को भी मौके पर शल्य चिकित्सा से नया जीवन दिया था, लेकिन इस बार सर्जरी दुर्लभ थी। बताया गया कि इस तरह की सर्जरी 100 में से एक होती है।