वी कुमार/मंडी
शहर के रामनगर में मंगलवार की सुबह जो लोगों ने नजारा देखा, वो दंग करने वाला है। आज के उस मानव के लिए एक बड़ा सबक है जो किसी मुसीबत में फंसे व्यक्ति की जान बचाना तो दूर अपने स्वार्थ के लिए उसे तड़पता मरते हुए भी देख सकता है। शहर के अप्पर रामनगर में मंगलवार सुबह एक कौआ पेड़ पर लिपटी पतंग की डोर में फंस गया। रिवालसर कालेज में प्रोफेसर कन्हैया लाल सैणी की नजर इस पर पड़ी तो वह यह देख कर हैरान रह गया कि जिस पेड़ पर कौआ फंस कर जान बचाने के लिए तडफ़ रहा था उसी पर तीन चार बंद भी थे।
बंदरों ने जब देखा कि कौआ तडफ़ रहा है तो टहनियां पतली होने के कारण छोटे बंदर बार बार प्रयास करके कौए तक पहुंचे और उन्होंने धागे को खींच कर तोड़ डाला। हालांकि कौआ बंदर को नजदीक आते देख और ज्यादा डरने लगा था। मगर बंदरों ने बार-बार पास जाकर धागे को तोड़ कर ही दम लिया। धागे से कट जाने के कारण घायल हुआ कौआ धड़ाम से नीचे गिर गया। कन्हैया लाल सैणी व अन्य ने उसे उठाया, उसकी मरहम पट्टी की और फिर से उड़ा दिया।
कन्हैया लाल सैणी ने बताया कि उन्होंने इस सारे दृश्य को दम साधे देखा और मन ही मन उन्होंने सोचा कि किसी तरह से एक जानवर में भी मानवता कूट-कूट कर भरी है। कैसे उसने एक बेबस पक्षी की जान बचाई। कन्हैया लाल सैणी ने बकायदा इसकी वीडियो भी अपने मोबाइल से बनाई।