एमबीएम न्यूज़/शिमला
राजधानी में सोमवार-मंगलवार को हुई बर्फ़बारी ने दो साल का रिकॉर्ड ध्वस्त किया है। शिमला में डेढ़ फुट ताज़ा हिमपात हुआ है। इससे पहले 6 से 8 जनवरी 2017 को यहां तीन फुट बर्फ गिरी थी। इस बर्फबारी से शहर की कई छोटी-बड़ी सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। लोकनिर्माण विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में दो एनएच सहित 200 सड़के अवरुद्ध हो गई हैं। सबसे अधिक 87 सड़कें रोहडू सर्कल में बन्द हैं,तो रामपुर सर्कल में 85 सड़कें और शिमला सर्कल में 27 सड़के बन्द हैं।
हिंदुस्तान-तिब्बत एनएच के बीती रात अवरुद्ध होने से शिमला के ऊपरी इलाकों का सम्पर्क कट चुका है,वहीं हरियाणा और पंजाब को राजधानी से जोड़ने वाला कालका-शिमला एनएच भी आज दोपहर को बर्फ़बारी से बन्द हो गया है। शहर में कुछ स्थानों पर पेड़ों के धराशायी होने से बिजली की आपूर्ति भी बाधित हुई है।
दो साल बाद हुए इस व्यापक हिमपात के बाद हालात सामान्य बनाने के लिए जिला प्रशासन ने युद्द स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए हैं। उपायुक्त अमित कश्यप ने बताया कि शहर में विभिन्न क्षेत्रों में सड़कों से बर्फ हटाने के लिए मशीने तैनात की गई हैं तथा सड़कों से बर्फ हटाने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। सभी अधिकारियों को जरूरी सेवाओं को सुचारू बनाए रखने के लिए लगातार कार्य करने के लिए निर्देश दिये गये हैं। कश्यप ने कहा कि बर्फबारी से पूर्व प्रशासन द्वारा स्नो मैनुअल के तहत सभी तैयारियां की गई हैं और जनजीवन को सामान्य बनाए रखने के लिए सभी विभागों द्वारा समन्वय के साथ प्रयास किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कुफरी तथा छराबड़ा में भ्रमण पर आए बच्चों के लिए आईआईएचएम कुफरी और टैरिटोरियल आर्मी यूनिट कुफरी में रहने की व्यवस्था की गई है। उपमंडलाधिकारी ठियोग ने बच्चों से मुलाकात की तथा उनके ठहरने के लिए समुचित प्रबंध किये। अमित कश्यप ने बताया कि शहर में सड़कों से बर्फ हटाने के लिए 13 बड़ी मशीने तैनात की गई हैं। उपमंडल स्तर पर भी सड़कों से बर्फ हटाने के लिए जेसीबी व अन्य मशीने तैनात की गई हैं। जिला में सभी क्षेत्रों में खाद्यान्न समुचित मात्रा में उपलब्ध हैं। शहर में आज 41 हजार 820 लीटर दूध और नौ हजार 500 पैकेट ब्रेड की आपूर्ति की गई है। उन्होंने बताया कि जिला में वर्तमान में तीन लाख 90 हजार 836 लीटर पैट्रोल और पांच लाख 71 हजार लीटर डीजल और 10 हजार एलपीजी सिलेंडर उपलब्ध हैं।
डोडरा-क्वार में खाद्यान्न समुचित मात्रा में उपलब्ध हैं। यहां साढ़े 13 हजार लीटर मिट्टी का तेल उपलब्ध करवाया गया है। जिला के अन्य दूरदराज क्षेत्रों में भी उचित मूल्य की दुकानों में समुचित मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्होंने सभी उपमंडलाधिकारियों को जनजीवन को सामान्य बनाए रखने के लिए दृढ़ प्रयास करने तथा मौके पर जाकर राहत कार्यों का निरीक्षण करने के निर्देश भी दिये हैं। उपायुक्त ने कहा कि शहर को पांच सैक्टर में विभाजित कर नोडल अधिकारी तैनात किये गये हैं तथा समन्वय के लिए जिला के वरिष्ठ अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। सभी विभागों को आपसी समन्वय के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिये गये हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जिला में आपातकालीन परिचालन केंद्र सुचारू किया गया है। यहां स्थापित दूरभाष नम्बर 1077 के माध्यम से विभिन्न विभागों में समन्वय तथा आम जनता भी आपातकालीन सहायता प्राप्त करने तथा विभिन्न जानकारियां प्रशासन को प्रदान कर सकती है। उन्होंने लोगों से बर्फबारी के दौरान सजग रहने का आग्रह किया। उन्होंने पर्यटकों से वाहन सावधानीपूर्वक चलाने का आग्रह किया।