एमबीएम न्यूज़/ऊना
राष्ट्रव्यापी हड़ताल के तहत ऊना में दूसरे दिन सीटू की रैली के दौरान पुलिस व प्रदर्शकारियों के बीच बवाल खड़ा हो गया। ऊना ट्रैफिक पुलिस को सीटू की रैली को रोकना महंगा पड़ा। जिसके बाद गुस्साई महिला प्रदर्शनकारियों ने ऊना थाने का घेराव किया। ऊना पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं पुलिस ट्रैफिक इंचार्ज सुच्चा सिंह को सस्पेंड करने की मांग की उठा दी। पूरा शहर पुलिस प्रशासन हाय-हाय के नारों से गूंज उठा।
दरअसल राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन सीटू के बैनर तले आंगनबाड़ी वर्कर्स रैली निकाल रही थी। जब रैली रेड लाइट चौक पर पहुंची तो ऊना के यातायात प्रभारी सुच्चा सिंह ने प्रदर्शकारियों के काफिले को रोक दिया। सीटू सचिव गुरनाम सिंह को अरेस्ट करने की बात कही। जिस पर प्रदर्शकारी भड़क उठे। थाना सदर में पहुंच कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर दिया। प्रदर्शन महिलाओं ने चेतावनी दी है कि यदि गुरनाम सिंह को अरेस्ट किया गया तो सभी महिलाए जेल भरेंगी। थाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने एसपी कार्यालय का रुख किया। साथ ही ट्रेफिक इंचार्ज को सस्पेंड करने की मांग उठाई।
एसपी दिवाकर शर्मा ने मामले को बिगड़ता देख तत्काल ट्रैफिक इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया। वहीँ विवाद के समय ट्रैफिक इंचार्ज सुच्चा सिंह ने कहा कि यह लोग बिना अनुमति के रैली निकाल रहे है, जिस बारे इनसे बात की गई थी। वहीँ ट्रैफिक इंचार्ज ने सीटू नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज करने की भी बात कही। सीटू के जिला सचिव गुरनाम सिंह ने कहा कि यह देश व्यापी हड़ताल है। इस बारे सरकार को पहले ही सूचित किया गया था। गुरनाम सिंह ने कहा कि सीटू कार्यकर्ता शांतिपूर्वक रैली निकाल रहे थे लेकिन पुलिस कर्मी ने जानबूझ कर तंग करने का प्रयास किया। सीटू नेताओं को जेल में डालने की धमकी भी दी गई।