रेणु कश्यप/नाहन
एक अरसे से 108 एंबूलेंस सेवा की खस्ताहालत पर सवाल उठते रहे हैं। शनिवार को निजी स्कूल बस हादसे ने इसकी पोल भी खोल दी है। ददाहू से पांच घायल मासूम बच्चों को नाहन मेडिकल कॉलेज लेकर आ रही 108 एंबूलेंस जमटा के नजदीक ब्रेक डाऊन हो गई। आनन-फानन में घायल बच्चों को निजी वाहन से बच्चों को मेडिकल कॉलेज भेजा गया। उल्लेखनीय है कि ददाहू से नाहन रैफर किए तीन बच्चों की मौत भी हुई है।
यह साफ नहीं हुआ है कि इस एंबूलेंस में लाए जा रहे किसी घायल बच्चे की भी मौत हुई है या नहीं। जानकारी के मुताबिक 11 से 11ः30 बजे के बीच एंबूलेंस तकनीकी खराबी के कारण बीच रास्ते में ब्रेकडाऊन हो गई। जनपद के कई हिस्सों से 108 की मेंटेनेंस को लेकर खबरें मिलती रहती हैं। 108 एंबूलेंस सेवा की पोल खुलने के बाद अब कई तरह के सवाल भी पैदा हो रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि समय पर रोगी वाहनों की मेंटेनेंस क्यों नहीं करवाई जा रही है।
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इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि एक साल पहले तक 108 सेवा पॉजिटिव खबरों को लेकर चर्चा में रही है, लेकिन अब मेंटेनेंस की कमी के कारण 108 सेवा को शर्मसार होना पड़ रहा है। उधर 108 एंबूलेंस सेवा के सिरमौर प्रभारी गोपाल नेगी ने माना कि घायलों को लेकर आ रही 108 एंबूलेंस जमटा के नजदीक ब्रेकडाऊन हो गई। उन्होंने बताया कि गियर फंस जाने की वजह से ऐसा हुआ। उन्होंने बताया कि पांवटा साहिब व कालाअंब से रोगी वाहनों सें घायलों को पीजीआई भेजा गया है। उन्होंने कहा कि एक से दो घंटे के भीतर ब्रेकडाऊन एंबूलेंस की भी मेंटेनेंस करवा ली जाएगी।
उधर मेडिकल कॉलेज में भी बिजली गुल हो जाने से अल्ट्रा साउंड व एक्स-रे सुविधा बाधित रही। जानकारी के अनुसार करीब 15 मिनट तक बिजली गुल रही। बताया जा रहा है कि जेनरेटर की मदद से अल्ट्रा साउंड व एक्स-रे मशीने चलाई गई।