एमबीएम न्यूज/नाहन
कालाअंब मार्ग पर गौशाला के नजदीक ट्रक दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद इसमें चालक तड़प रहा था, क्योंकि बुरी तरह से फंसा हुआ था। आसपास कुछ लोग एकत्रित हो गए थे, लेकिन अंदर घुस कर चालक को बचाने की कोशिश करने से हर कोई डर रहा था। इसकी बड़ी वजह थी। दरअसल ट्रक गेहूं की बोरियों से लदा हुआ था। दबाव के कारण केबिन क्षतिग्रस्त हो चुका था, लिहाजा आशंका थी कि गेहूं की बोरियों की चट्टान केबिन तोड़ कर चालक समेत बचाने वालों पर गिर सकती है। दुर्घटनाग्रस्त ट्रक व चालक को बचाने वाले युवक
इसी बीच 108 एंबूलेंस सेवा को भी सूचना पहुंच गई। पायलट प्रमोद कुमार ने चालक को बचाने की मुहिम तो शुरू की, लेकिन इसमें वह अकेलेे कामयाब नहीं हो सकते थे, क्योंकि मामूली सी चूक चालक भागीरथ व प्रमोद की जान को जोखिम में डाल सकती थी। रात 2 बजे के आसपास हुए इस हादसे में पायलट को भारतीय सेना के जवान अनुज निवासी सैनवाला की इम्दाद मिली। मिलकर पहले स्टेयरिंग को काटा गया। एक घंटे 10 मिनट तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में सफलतापूर्वक चालक को निकाल लिया गया।
43 वर्षीय चालक भागीरथ को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जिसके दोनों पांव में फै्रक्चर हुआ है। कुल मिलाकर पायलट प्रमोद कुमार व सेना के जवान अनुज के अदम्य साहस की प्रशंसा की जा रही है। सनद रहे कि एक मर्तबा पहले भी प्रमोद ने शिमला मार्ग पर बनोग में भीे विकट परिस्थितियों में फंसे ट्रक चालक को नया जीवन देने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके लिए चालक प्रमोद कुमार को सम्मानित किया गया था।
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