एमबीएम न्यूज़/नाहन
सिरमौर जिला को 14 माह के लंबे अंतराल के बाद नियमित डिप्टी डायरेक्टर (एलीमेंट्री एजुकेशन) मिले है। कांगड़ा जिला से ताल्लुक रखने वाले बिपिन कुमार को सरकार ने यह जिम्मेदारी सौंपी है। नव नियुक्त डिप्टी डायरेक्टर का शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा लंबा अनुभव है। कांगड़ा जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल ज्वालामुखी के समीप मसरेड़ा गांव में जन्मे बिपिन कुमार ने 1983 में राजनगर चंबा से अपने अध्यापन करियर का आगाज किया। टीजीटी नॉन मेडिकल पद पर सेवा देते हुए बिपिन कुमार ने अधिकतर दुर्गम क्षेत्रों में शिक्षा की लौ जगाई। 2008 में उनकी पदोन्नति हुई। पहाड़ीकलां स्कूल में उन्हें पहली पदोन्नति हैडमास्टर के रूप में मिली। अपने शानदार प्रशासकीय गुणों से उन्होंने यहां शिक्षा के लिए अति बेहतरीन कार्य किये।
तत्पश्चात उन्हें 2010 में जीएसएस मेल चम्बा जिला में प्रिंसीपल के रूप में कार्य करने का अवसर मिला। चंबा में पहले ही उन्होंने बेहतर परिणाम दिए। उसके बाद कांगड़ा जिला के सीनियर सेकेंडरी स्कूल खुंडिया व उसके बाद अधवानी में प्रिंसीपल के रूप में अपनी सेवाएं दी। सिरमौर जिला में डिप्टी डायरेक्टर पद पर उन्हें हाल ही में नियुक्ति मिली है। पीजी कॉलेज हमीरपुर से शिक्षा पूरी करने वाले बिपिन कुमार विभिन्न पायदानों से गुजर कर अपने शानदार प्रदर्शन से यहां पहुंचे है।
सिरमौर जैसे दुर्गम जिले में अभिभावकों व अध्यापकों में उनकी नियुक्ति से खुशी की लहर है। बेहद सादगी व अनुशासन प्रिय बिपिन कुमार को एक अच्छा प्रशासक माना जाता है। सिरमौर जिला में कई चुनौतियों का भी उन्हें सामना करना पड़ेगा। इस बारे में उन्होंने एमबीएम न्यूज़ से बातचीत में कहा की सरकार की नीतियों को इम्प्लीमेंट करना उनका पहला कर्तव्य है। साथ साथ बोर्ड परीक्षाओं में नक़ल पर भी अंकुश लगाना इनका ध्येय है। इसके अलावा सरकार जो भी दिशा निर्देश देगी उसे अमलीजामा पहनाया जाएगा।