एमबीएम न्यूज़ / नाहन
पावंटा साहिब के रामपुर भारापुर में रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। इसके मुताबिक विवाहिता बेटी को मौत के घाट उतारने के बाद उसके शव का गुपचुप तरीके से अंतिम संस्कार कर दिया गया। मामला ऑनर किलिंग से जुड़ा हुआ नजर आ रहा है, क्योंकि चंद रोज़ पहले विवाहिता एक दूसरे धर्म के युवक के साथ घर से भाग गई थी। पुलिस ने उसे बरामद कर लिया, शनिवार को मृतका रीना देवी के एसडीएम के समक्ष बयान भी दर्ज हुए थे।
बयान देने के दौरान रीना देवी ने ससुराल और मायके न जाने की बात कही थी, इस पर उसे नारी सेवा सदन भेजने की बात भी कहीं गई। मायके वालों ने उसे एसडीएम कोर्ट से बाहर निकलते ही पकड़ लिया। सुबह से ही इस घटना को लेकर इलाके में चर्चा नजर आ रही थी। एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने सुबह 11:00 बजे डीएसपी प्रमोद चौहान से पूछा तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की थी, लेकिन बाद में खुद भी मौके पर पहुंचे। करीब 7 घंटे की जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 व 201 के तहत मामला दर्ज किया है।
जानकारों के मुताबिक जिस तरीके से रीना को पीट पीट कर मौत के घाट उतारा गया, उससे साफ लग रहा है कि परिवार इस बात को लेकर खिन्न था कि वो विवाहिता होने के बावजूद दूसरे धर्म के युवक के साथ क्यों भाग गई थी? इसके अलावा परिवार की नाराजगी इस बात को लेकर भी थी कि उसकी इस हरकत से परिवार की समाज में काफी बदनामी हुई है। सूत्रों के मुताबिक रामपुर भारापुर सुदर्शन सिंह का पूरा परिवार भूमिगत है, जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
उधर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र ठाकुर ने आईपीसी की धारा 302 व 201 के तहत मामला दर्ज करने की पुष्टि की है। उल्लेखनीय है कि आईपीसी की धारा 201 उस वक्त लगाई जाती है, जब अपराध में सबूतों को मिटाने की कोशिश की जाती है। सूत्रों की माने तो मायके में लड़की को बुरी तरह से पीटा गया।
डीएनए की रिपोर्ट में ही इस बात का खुलासा हो पायेगा कि असल में रीना के शव को ही जलाया गया था या नहीं।
यह भी हो सकती है थ्यौरी…
इस वारदात में पुलिस एक दूसरी थ्यौरी पर भी जांच कर सकती है। इसके मुताबिक महिला ने सुसाइड कर लिया हो। इसके बाद परिवार ने आनन-फानन में उसका अंतिम संस्कार कर दिया हो। डीएसपी प्रमोद चौहान का कहना है कि आरोपियों के गिरफ्तार हो जाने के बाद ही सही तथ्य सामने आ पाएंगे।
खाप पंचायतों से हटकर है यह मामला
हरियाणा की खाप पंचायतों से यह मामला हटकर है। दरअसल वहां एक ही गौत्र में शादी होने पर कई मामलों में लडक़े व लडक़ी की हत्या कर दी जाती रही है। लेकिन इस मामले में दो पहलू अलग हैं। पहला यह कि लडक़ी विवाहिता थी। दूसरा यह कि वो दूसरे धर्म के लडक़े के साथ भाग गई थी, जिसने एसडीएम के समक्ष भी मायके व ससुराल में न रहने की बात कही। परिवार इन दो कारणों से ही खफा हो गया था, क्योंकि समाज में बदनामी हो रही थी। इन पहलुओं के मद्देनजर ही मामला ऑनर किलिंग से जोड़ा गया है।