एमबीएम न्यूज़ / हमीरपुर
जिला मेडिकल कॉलेज अपनी सेवाओं से दो अन्य अस्पतालों को भी गुलजार कर देगा। मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया के मापदंड़ पर कॉलेज को उतारने के चल रहे प्रयासों में प्रदेश सरकार ने जिला की जनता को यह नायाब तोहफा देते हुए सिविल अस्पताल टौणी देवी व क्षेत्रीय अस्पताल भोटा को मेडिकल कॉलेज के साथ अटैच करने का निर्णय लिया है। प्रदेश सरकार के इस निर्णय से स्वास्थय महकमे में चल रही स्टाफ की कमी से बने माहौल को बेहतर करने में विभाग सफल हो जाएगा। हालांकि मेडिकल कॉलेज में कक्षाएं शुरू होने के ठीक एक या दो साल बाद यह लाभ जनता को मिलेगा। लेकिन यह तय हो गया है कि प्रदेश सरकार हमीरपुर को नजरअंदाज नहीं कर रही है।
सिविल अस्पताल टौणी देवी पूर्व मुख्यमंत्री प्रो.प्रेम कुमार धूमल की देन है। उनके अथक प्रयासो से यहां पर इस अस्पताल की बहुत बड़ी ईमारत जनता के नाम कर दी। सत्ता तबदील होते ही अस्पताल के स्टाफ की अववस्था शायद ही किसी से छुपी हो। अब सरकार तबदील होने से अस्पताल में बनी अवयवस्था को व्यवस्था में तबदील करने की आस बनी हुई है। इसी आस पर प्रदेश सरकार कारगर उतरी है।
सिविल अस्पताल टौणी देवी पूर्व मुख्यमंत्री प्रो.प्रेम कुमार धूमल की देन है। उनके अथक प्रयासो से यहां पर इस अस्पताल की बहुत बड़ी ईमारत जनता के नाम कर दी। सत्ता तबदील होते ही अस्पताल के स्टाफ की अववस्था शायद ही किसी से छुपी हो। अब सरकार तबदील होने से अस्पताल में बनी अवयवस्था को व्यवस्था में तबदील करने की आस बनी हुई है। इसी आस पर प्रदेश सरकार कारगर उतरी है।
मेडिकल कौसिंल ऑफ इंडिया की शर्त के मुताबिक मेडिकल कॉलेज के साथ ग्रमाीण क्षेत्र के अस्पताल जोड़े जाते है। उद्देश्य मात्र यह रहता है कि प्रशिक्षु ग्रामीण क्षेत्र में सेवाएं देने का प्रशिक्षण ले सके। साथ ही तृतीय वर्ष के अंतिम चरण पर पहुंच चुके प्रशिक्षु चिक्तिसकों की सेवाएं भी स्टाफ की कमी को पूर्ण का दे। लेकिन इस पर प्रदेश सरकार की निर्णय लेती है। क्षेत्र की जनता के लिए सरकार का यह निर्णय काफी लाभदायक रहेगा।
मेडिकल कॉलेज हमीरपुर को लेकर अभी तक खूब अलटकले चल रही है। लेकिन अंदरखाते इस सत्र यहां पर कक्षाएं बिठाने की लगभग तैयारी हो चुकी है। यही कारण है कि शिक्षा स्वास्थय विंग ने अपने स्टाफ की लगभग 60 फीसदी व्यवस्था कर ली है। वहीं अस्पताल के भवन का भी जिणौद्वार एमआईसी की शर्तो के मुताबिक किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज के नाम पर कुछ निजी भवनो को लीज पर लेने की तैयारी हो चुकी है।
महकमा आठ से दस किमी के क्षेत्र में ऐसे भवनो को किराए पर लेने उपरांत उन्हें हॉस्टल या स्टाफ के रहने के लिए इस्तेमाल करेगा। मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के साथ दो अन्य अस्पताल को जोड़ा जाएगा। इसके लिए सरकार का निर्णय मान्य होता है। हमीरपुर मेडिकल कॉलेज के भवन व अन्य तमाम व्यवस्थाओं को एमआईसी के मापदंड पर उतरने का कार्य तेजी से चल रहा है।