नाहन (एमबीएम न्यूज): 22 फरवरी की सुबह सैनवाला में करीब दो महीने की नन्हीं परी झाडिय़ों में मिली थी। प्यारी बच्ची हर किसी खासकर सोशल मीडिया की आंखों का तारा बन गई। पांच दिन बाद एक बड़ा सवाल उठा है। इसके मुताबिक क्या बच्ची को झाडिय़ों में फैंकने से पहले उसकी मां की नृशंस हत्या कर दी गई थी।
इस सवाल का जवाब अब हरियाणा की नारायणगढ़ व हिमाचल की कालाअंब पुलिस मिलकर तलाश करने में जुट चुकी है। दरअसल 21-22 फरवरी की रात ही हरियाणा के नारायणगढ़ थाना के अंतर्गत दो महिलाओं की लाशों ने सनसनी फैला दी थी। दोनों ही महिलाओं की नृशंस हत्या करने के बाद शवों को ठिकाने लगाया गया था।
नारायणगढ़ पुलिस के शक की बड़ी वजह यह है क्योंकि एक महिला की हाल ही में प्रसूति होने के सबूत मिले हैं। महिला की लाश पर सजेरियन ऑपरेशन के टांकों के निशान साफ तौर पर मौजूद थे। यही बड़ा कारण है कि शक जाहिर किया जा रहा है कि पहले महिला की हत्या करने के बाद उसकी लाश को ठिकाने लगाया गया होगा। इसके बाद बच्ची को सैनवाला में झाडिय़ों में लावारिस हालत में छोड़ दिया गया।
सैनवाला में जहां बच्ची को फेंका गया, दूसरी तरफ जहां महिला की लाश हरियाणा में मिली, इन दोनों स्थानों की दूरी महज 20 से 25 किलोमीटर के बीच है। नारायणगढ़ अस्पताल में दुधमुंही बच्ची की संभावित मां के शव के पोस्टमार्टम के बाद यह बताया जा रहा है कि महिला की हत्या मुंह पर कपड़ा डाल कर की गई है। सनद रहे कि पुलिस महिला की पहचान नहीं कर पाई है।
दूसरी तरफ पुलिस को एक अन्य महिला का शव मिला, लेकिन उसके पहरावे से इस बात की संभावना कम लग रही है कि वो बच्ची की मां रही होगी। यह भी काफी हद तक लग रहा है कि दुधमुंही बच्ची व महिला अच्छे परिवार से ताल्लुक रखते हों। आशंका इस बात की भी जाहिर की जा रही है कि लाश को हरियाणा में ठिकाने लगाया गया। दूसरी तरफ बच्ची को जानबूझ कर हिमाचल की सीमा में फेंका गया, ताकि दोनों राज्यों की पुलिस को गुमराह किया जा सके।
बहरहाल दुधमुुंही बच्ची को शिमला शिशगृह में भेजा जा चुका है। वहीं नारायणगढ़ पुलिस हत्यारों को तलाश करने में दिन-रात मेहनत कर रही है।
उधर एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में नारायणगढ़ थाना के एसएचओ यशदीप सिंह ने कहा कि डीएनए मैच करवाया जाएगा, ताकि यह पता चल सके कि जिस महिला का सजेरियन हुआ था, वो बच्ची की मां थी या नहीं।