मंडी (वी कुमार): जिला का जोगिंद्रनगर शहर प्रदेश का पहला ऐसा शहर बनना था जहां फ्री वाई-फाई की सुविधा मिलनी थी। वर्ष 2015 में सीएम वीरभद्र सिंह ने खुद जोगिंद्रनगर आकर इस बात का ऐलान किया था, लेकिन क्या है जोगिंद्रनगर में फ्री वाई-फाई का सच।
रिलायंस जिओ ने देश भर में 4जी सेवा की जो क्रांति लाई उससे आज हर व्यक्ति की जेब में हाई स्पीड इंटरनेट मौजूद है लेकिन जब यह सेवा नहीं थी तो उस वक्त अधिकतर लोग 3जी या फिर वाई-फाई के सहारे ही काम चलाते थे। उस दौर में हिमाचल प्रदेश के जिला के जोगिंद्रनगर शहर को फ्री वाई-फाई सुविधा वाला शहर बनाने का ऐलान हुआ था। 29 अप्रैल 2015 को सीएम वीरभद्र सिंह ने जोगिंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर इस बात को खुले मंच से कहा था कि जोगिंद्रनगर प्रदेश का पहला फ्री वाई-फाई सुविधा वाला शहर बनाया जाएगा।
सीएम वीरभद्र सिंह की इस घोषणा को अढ़ाई वर्ष से भी अधिक का समय बीत गया है, लेकिन अभी तक सीएम साहब की यह घोषणा धरातल पर लागू नहीं हो पाई है। जोगिंद्रनगर से भाजपा के विधायक एवं पूर्व मंत्री गुलाब सिंह ठाकुर ने इसे सरकार और सीएम की नाकामी करार दिया है। गुलाब सिंह ठाकुर के अनुसार सीएम द्वारा की गई घोषणा का लागू न हो पाना बेहद शर्मनाक है।
वहीं जोगिंद्रनगर में कांग्रेस यह कहकर सरकार का बचाव कर रही है कि बस स्टैंड के पास फ्री वाई-फाई की सुविधा शुरू कर दी गई है। ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीवन ठाकुर के अनुसार आने वाले समय में बाकी शहर में भी इस सुविधा को शुरू कर दिया जाएगा।
जब जोगिंद्रनगर शहर को पहला फ्री वाई-फाई सुविधा वाला शहर बनाने का ऐलान हुआ था तो शहरी विकास विभाग ने इसकी तर्ज पर अन्य शहरों में भी यह सुविधा देने की बात कही थी। लेकिन सरकार फ्री वाई-फाई दे पाती उतने में जीओ 4जी की आंधी चल पड़ी और उसके बाद फ्री वाई-फाई की बातें सुनने को ही नहीं मिल रही हैं और इस चक्कर में सरकार भी अपने पिछले वादों को भूला बैठी है।